2-in-1 Wireless Charger: कैसे बिना वायर के चार्ज होता है स्मार्टफोन? कौन से वायरलेस चार्जर हैं बेस्ट, जानें डिटेल्स

 
2-in-1 Wireless Charger: कैसे बिना वायर के चार्ज होता है स्मार्टफोन? कौन से वायरलेस चार्जर हैं बेस्ट, जानें डिटेल्स

2-in-1 Wireless Charger: अगर आप मोबाइल चार्ज करते समय वायर में उलझे रहते हैं तो अब आपकी इस समस्या का हल आ गया है. अब आप बिना वायर का इस्तेमाल किये ही स्मार्टफोन को चार्ज कर सकते हैं. टेक्नोलॉजी की तरक्की का ये नतीजा है कि आज बिना वायर के फोन चार्ज करने की सुविधा मिल रही है. ट्रैवलिंग या ऑफिस में जब वायर दिखते हैं तो काफी दिक्क्त होती है. ऐसे में वायरलेस चार्जर सटीक विकल्प है. वायरलेस चार्जिंग टेक्नोलॉजी लोकप्रिय चलन बनती जा रही है. हर यूजर जो फ्लैगशिप स्मार्टफोन खरीदते हैं वे वायरलेस चार्जर विकल्प भी चुन रहे हैं.

स्मार्टफोन वायरलेस तरीके से चार्ज करते समय चार्जर से स्मार्टफोन में इलेक्ट्रिक एनर्जी ट्रांसफर करने के लिए इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन का इस्तेमाल करते हैं. इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने के लिए आपको वायरलेस चार्जिंग और कॉम्पेटबल वायरलेस चार्जर का सपोर्ट करने वाले स्मार्टफ़ोन की जरूरत होगी.

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2-in-1 Wireless Charger में कौन सा चार्जर है बेस्ट

boAT Floatpad 300 को आप ऑनलाइन खरीद सकते हैं. अभी इस पर आपको बंपर डिस्काउंट भी मिल रहा है. इसके साथ Type-C केबल भी फ्री मिलती है. इसकी वारंटी 1 साल के लिए होती है. इस वायरलेस चार्जर की कीमत 999 रुपए है. वायरलेस चार्जर की लिस्ट में सबसे ऊपर Boat Floatpad 300 का नाम आता है। इसकी वायरलेस आउटपुट रेंज 5W, 7.5W, 10W और 15W के बीच में है.

कैसे काम करती है वायरलेस चार्जिंग?

वायलेस चार्जिंग से मोबाइल को चार्ज करने के लिए खास तरह की डिवाइस का प्रयोग होता है, जिसे इलेक्‍ट्रोमैग्‍नेटिक इंडक्‍शन कहते हैं. आसान भाषा में समझें तो इलेक्‍ट्रोमैग्‍नेटिक इंडक्‍शन हवा में इलेक्ट्रिक एनर्जी को रिलीज करता है, इससे फोन चार्ज होता है. इस तरह की चार्जिंग के लिए जरूरी है कि आपका फोन वायरलेस चार्जिंग को सपोर्ट करे.

ये इंडक्टिव चार्जिंग के रूप में भी जाना जाता है, और यह वस्तुओं के बीच ऊर्जा स्थानांतरित करने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव बनाकर उपकरणों को चार्ज करने के लिए एलेक्ट्रोमग्नेटिस्म का इस्तेमाल करता है. कॉर्ड या कॉर्ड के साथ पारंपरिक चार्जिंग से सबसे बड़ा अंतर यह है कि वायरलेस चार्जिंग के लिए डिवाइस को फिजिकल रूप से या सीधे चार्ज करने वाले स्रोत से कनेक्ट करने की आवश्यकता नहीं होती है.

Wireless Charging कैसे काम करता है?

जब आप वायरलेस चार्जिंग कॉम्पेटबल स्मार्टफोन को वायरलेस चार्जर पर रखते हैं तो तेजी से बदलता मैग्नेटिक फील्ड स्मार्टफोन के अंदर मौजूद कॉपर कॉइल के साथ इंटरैक्ट करता है. मैग्नेटिक फील्ड तब एक बंद लूप में इलेक्ट्रिक एनर्जी रिलीज करता है जो इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन का इस्तेमाल करके उस मैग्नेटिक फिल्ड के साथ इंटरैक्ट करता है. जब इलेक्ट्रिक करंट रिलीज होता है, तो आपका स्मार्टफोन चार्ज हो जाता है.

क्‍या वायरलेस चार्जिंग से फोन की बैट्री पर असर पड़ता है?

सामान्‍य चार्जर के मुकाबले वायरलेस चार्जिंग के दौरान फोन गर्म होता है. कुछ फोन इस गर्माहट को सहन कर लेते हैं, लेकिन कुछ ऐसे होते हैं जो ऐसा नहीं कर पाते हैं. अगर यूजर इस बात का ध्‍यान नहीं रखता है तो फोन को नुकसान जरूर पहुंच सकता है, लेकिन बैटरी के चार्जर पर बुरा असर नहीं पड़ता है.

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