Wi-Fi को सेक्योर नहीं किया तो बन सकते हैं हैकर्स के शिकार
Wi-Fi रुटर को ऐसे रखें सेक्योर, साइबर हमलों और स्पैम से करेगा बचने के लिए अपने Wi-Fi राउटर को सुरक्षित रखना बहुत जरूरी होता है. हाल में ही भारत सरकार की ओर से कड़ा कदम उठाते हुए देश में 59 चीनी एप्स को बैन कर दिया गया था।
IT मंत्रालय के कई सोर्स से शिकायतें मिल रही हैं, जिनमें भारत के बाहर के सर्वरों के लिए अनधिकृत तरीके से उपयोगकर्ताओं के डेटा को चोरी करने और सुरक्षित रूप से प्रसारित करने के लिए ANDROID और iOS प्लेटफॉर्म पर मिसयूज किया जा रहा है.
सरकार को इन आरोपों के बारे में ज्यादा खुलासा नहीं किया है, मगर इसने हमें सिक्युरिटी के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया है।
क्या है राउटर?
राउटर इनकमिंग और आउटगोइंग ट्रैफिक को चेक करता है, जोकि एक गेटकीपर के रूप में काम करता है, यह सुनिश्चित करता है कि कोई खतरनाक वायरस इंटर न कर सके या कोई जरूरी फाइल खो ना सके। आपके वाईफाई नेटवर्क तक रीच को कंट्रोल करता है, और इसके माध्यम से, आपके टेबलेट, फोन, लैपटॉप, डेस्कटॉप जैसे डिवाइस नेटवर्क से लिंक हो जाते हैं।
आसान शब्दों में समझें तो अगर आप Wi-Fi कनेक्शन इस्तेमाल करते हैं तो नेटवर्क को आपके डिवाइस तक पहुचाने के लिए एक सोर्स की जरूरत होती है जिसे राउटर कहा जाता है, यह एक डिवाइस होता है जो आपकी नेटवर्क लोडिंग स्पीड को भी मैनेज करता है।
राउटर को सुरक्षित रखने के उपाय
राउटर के साथ आने वाले डॉक्यूमेंट्स की जांच कर सकते हैं जिसमें आपको कई सेटिंग्स के बारे में पता चलेगा।
वेब ब्राउज़र में एक्सेस करने से पहले आपका ब्राउजर का सुरक्षित होना बहुत जरूरी है,
राऊटर सेटिंग के बाद क्रमशः Settings > Network and Internet > View your Network Properties > DNS Servers इसके बाद आपने IP Address को वेब ब्राउज़र में कॉपी करें।
राउटर को अधिक सुरक्षित रखने के लिए यह बहुत जरूरी है कि एडमिन पैनल से आप अपना यूजर नेम और पासवर्ड इंटर करें। वाईफाई राउटर में दो पासवर्ड होते हैं, एक सेटिंग्स (राउटर एडमिन कंट्रोल) और दूसरा WPA एक्सेस पासवर्ड होता है। आपको इन दोनों को बदलना होगा। पासवर्ड हमेशा ऐसा सिलेक्ट करना चाहिए जिसका अनुमान लगाना संभव ना हो, इसे सिलेक्ट करने समय लोअर केस, अपर केस और सिम्बल का इस्तेमाल करें।
यह भी पढ़ें: QR Code के जरिए करते हैं पेमेंट तो हो जाएं अलर्ट, वरना खाली हो जाएगा अकाउंट