UDAN Scheme: अकासा एयर के सीईओ विनय दुबे, एयरलाइंस का सुनहरा दशक आने वाला है

UDAN Scheme: अकासा एयर के सीईओ विनय दुबे ने हाल ही में कहा कि भारत का एयरलाइंस सेक्टर एक सुनहरे दशक की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने उड़ान योजना के तहत हुए बदलावों की सराहना करते हुए कहा कि इसने न केवल भारत में हवाई यात्रा को सुलभ और किफायती बनाया है, बल्कि देश को ग्लोबल एविएशन मार्केट में एक उभरते लीडर के रूप में स्थापित किया है।
उड़ान योजना का महत्व
उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) योजना का आठवां साल पूरा होने पर इंडस्ट्री के विशेषज्ञ इस योजना की सफलता की तारीफ कर रहे हैं। पीडब्ल्यूसी और डेलॉइट जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों ने भी इस योजना को भारत के एविएशन सेक्टर के लिए क्रांतिकारी बताया है। पीडब्ल्यूसी के अनुसार, उड़ान ने टियर 2 और टियर 3 शहरों को एविएशन मार्केट से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा
स्काई वन के अध्यक्ष जयदीप मीरचंदानी ने कहा कि उड़ान योजना के तहत छोटे शहरों में हवाई सेवाओं का विस्तार हुआ है, जिससे व्यापार, पर्यटन और रोजगार के नए अवसर पैदा हुए हैं। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बड़ा फायदा हुआ है।
सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल का गेम चेंजर
डेलॉइट की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल (SAF) के उत्पादन से न केवल एविएशन सेक्टर के डीकार्बोनाइजेशन में मदद मिलेगी, बल्कि यह 2040 तक 70-85 बिलियन डॉलर के निवेश के साथ 1.1 से 1.4 मिलियन नौकरियां पैदा कर सकता है। इसके अलावा, SAF उत्पादन से कार्बन उत्सर्जन में सालाना 20-25 मिलियन टन की कमी आ सकती है।
भविष्य की संभावनाएं
भारत में एविएशन सेक्टर की मांग तेजी से बढ़ रही है। 2042 तक 2200 से अधिक नए विमानों की जरूरत होगी, और पूर्वोत्तर में एयरपोर्ट्स के विकास के लिए कई परियोजनाएं चल रही हैं। इस बढ़ती मांग और विकास को देखते हुए, विशेषज्ञ मानते हैं कि भारत जल्द ही ग्लोबल एविएशन मार्केट में एक प्रमुख खिलाड़ी बन जाएगा।
सरकारी प्रोत्साहन और FDI
भारत सरकार ने एविएशन सेक्टर में 100 प्रतिशत टैक्स छूट, एमआरओ सर्विस प्रोवाइडर्स के लिए कस्टम ड्यूटी में छूट जैसी नीतियां लागू की हैं। इसके अलावा, ग्रीनफील्ड और ब्राउनफील्ड प्रोजेक्ट्स के लिए 100 प्रतिशत एफडीआई को मंजूरी दी गई है, जिससे अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के लिए भारतीय एविएशन सेक्टर आकर्षक बन रहा है।
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