अफगानिस्तान: शिया मस्जिद में जबर्दस्त धमाका, क्या सुन्नी मुस्लिम चरमपंथियों का हाथ है?
हाल के कुछ दिनों में अफगानिस्तान चर्चा का केंद्र बना हुआ है। तालिबान के आने के बाद हर दिन आतंक के साए में अफगानिस्तान के आवाम की रात गुजर रही है। अमेरिकी सेना के देश छोड़ने के बाद यह सबसे बड़ा हमला है।
शुक्रवार, 8 अक्टूबर को अफगानिस्तान का उत्तरपूर्वी कुंदुज प्रांत में एक मस्जिद में जबर्दस्त धमाका होने से 100 लोगों के मारे जाने की खबर बताई गई है। वहीं घायलों की संख्या 100 से अधिक हुए है।
रॉयटर्स के मुताबिक धमाके से जुड़े जो वीडियो फुटेज सामने आए हैं उनमें शिया मस्जिद के अंदर शवों को देखा जा सकता है। ये शव मस्जिद के मलबे से घिरे हुए हैं।
मस्जिद में हमला उस वक्त हुआ था जिस वक्त शिया समुदाय के लोग अल्लाह की इबादत करने गए थे।
अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मिशन ने एक ट्वीट में कहा है कि, "शुरुआती जानकारी से संकेत मिलता है कि मस्जिद के अंदर आत्मघाती विस्फोट में 100 से अधिक लोग मारे गए और घायल हुए है। खबर लिखे जाने तक किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
इस बीच कुछ वीडियो क्लिप सोशल मीडिया के जरिए वायरल हो रहा हैं। इनमें धमाके के बाद लोगों को बुरी तरह चीखते-चिल्लाते देखा जा सकता है। ये एक वीडियो ट्वीट देखिए।
कुछ दिन पहले ही सुन्नी चरमपंथी समूह इस्लामिक स्टेट ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक मस्जिद पर हमला किया था। हालांकि इस हमले को लेकर ISIS या किसी अन्य संगठन की तरफ से कोई प्रतिक्रिया अभी तक नहीं आई है। शिया मुसलमानों को निशाना बनाने के पीछे अक्सर सुन्नी मुस्लिम चरमपंथियों का हाथ माना जाता है।