Afghanistan: तालिबान का नया फरमान, सैलून वाले नहीं काटेंगे दाढ़ी और न ही करेंगे सेविंग
अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबानियों ने पहला तो कब्जा किया फिर अपनी सरकार का गठन किया. अब वह हर हफ्ते एक नियम बना रहा है जिससे वहां के स्थानीय लोग काफी परेशान हैं. तालिबानी सरकार (Taliban) पहले भी महिलाओं के लिए कई नियम बना चुकी है. वहीं आज सरकार ने पुरुषों के लिए एक नियम का फरमान जारी कर दिया है. तालिबानी आतंकियों ने अफगानिस्तान के हेलमंद प्रांत में सैलून वालों को शेविंग करने या दाढ़ी काटने से मना कर बैन लगा दिया है.
द फ्रंटिअर पोस्ट की रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार मंत्रालय के अधिकारियों ने हेलमंद प्रांत की राजधानी लश्कर गाह में हज्जामों को विभिन्न तरह से नए हेयर स्टाइल और दाढ़ी बनाने पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी कर दिया है. आदेश को सोशल मीडिया पर शेयर कर कहा गया है कि सैलून के अंदर संगीत या अन्य धार्मिक गीत न बजाए जाएं. वहीं अब तालिबान ने अपने इस कानून को लागू कराना शुरू कर दिया है.
साल 1996 से लेकर 2001 में लागू हुए थे ये कानून
आपको बता दें कि साल 1996 से लेकर 2001 के शासन काल के दौरान ये कानून लागू किए थे. साथ ही यह नियम तालिबानी शरिया कानून के आदार पर बनाए गए हैं. तालिबान ने इससे पहले अफगानिस्तान के हेरात शहर के मुख्य चौराहे पर एक शव क्रेन से लटका दिया था. जिसे देखने के बाद वहां के लोगों की रूह कांप उठी थी.
वहीं इस चौराहे पर दवा दुकान चलाने वाले वजीर अहमद सिद्दिकी ने बताया था कि चौराहे पर चार शव लाए गए थे जिनमें तीन शव प्रदर्शित करने के लिए शहर के अन्य चौराहों पर ले जाए गए थे. उन्होंने बताया कि तालिबान ने चौराहे पर घोषणा की थी कि इन चारों को अपहरण के जुर्म में पकड़ा गया और पुलिस ने उन्हें मार दिया है. जबकि पिछले तालिबान शासन के दौरान इस्लामिक कानून की कठोर व्याख्या को लागू करने के पैरोकार मुल्ला नूरूद्दिन तुराबी ने पिछले हफ्ते कहा था कि उसके कठोर नियमों के तहत लोगों को मौत एवं अंगभंग की सजा देकर तामील की जाए.
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