चीन ने शुरू की दुनिया में सबसे तेज़ दौड़ने वाली ट्रेन, 600 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार

 
चीन ने शुरू की दुनिया में सबसे तेज़ दौड़ने वाली ट्रेन, 600 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार

विश्व स्तर पर सबसे तेज गति से चलने वाली मैग्लेव ट्रेन (Maglev Train), जो कि 600 किमी प्रति घंटे की शीर्ष गति से चलने में सक्षम है, को चीन ने बीते दिन लॉन्च कर दिया है. जानकारी के मुताबिक इलेक्ट्रो-मेगनिक फोर्स का इस्तेमाल करती हुई यह ट्रेन बल का उपयोग करते हुए चलती है. मैग्लेव ट्रेन बिना पहियों के साथ बहुते तेजी से चलती है.

बतादें, Maglev Rail चुंबकीय उत्तोलन (magnetic levitation) के कारण पटरियों के बजाय हवा में चलती है. इस वजह से इसमें ऊर्जा की बहुत कम खपत होती है और यह आसानी से 500 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है.

एक रिपोर्ट में कहा गया कि 2019 में 600 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की इस ट्रेन का प्रोटोटाइप बनाया गया था. इसका सफल परीक्षण जून, 2020 में हुआ. परियोजना के मुख्य अभियंता डिंग सान्सान ने कहा कि इस ट्रेन में 10 डिब्बे लगाए जा सकते हैं. प्रत्येक की क्षमता 100 यात्रियों की होगी. उन्होंने कहा कि यह ट्रेन 1,500 किलोमीटर के दायरे में यात्रा की दृष्टि से सर्वश्रेष्ठ समाधान है.

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शेनजेन से शंघाई पहुंचने में लगेंगे 2.5 घंटे

चीन के सरकारी मुखपत्र 'ग्लोबाल टाइम्स' की रिपोर्ट के अनुसार चीन में हाई स्पीड ट्रेन की रफ्तार करीब 350 किलोमीटर प्रतिघंटे और हवाई जहाज की स्पीड 800 किमी/प्रतिघंटा है. यह ट्रेन इन दोनों के बीच के अंतर को भरेगी। इसके अलावा चीन ने देश में 2035 तक व्यापक परिवहन नेटवर्क तैयार करने का जो खाका तैयार किया है उसे पूरा करने में यह ट्रेन मदद पहुंचाएगी.

https://twitter.com/lsjngs/status/1417330246085275650?s=20

सीआरआरसी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए 'ग्लोबल टाइम्स' (Global Times) ने लिखा है कि जमीन पर चलने वाली यह अब तक की सबसे तेज ट्रेन है. यह ट्रेन 1,500 किलोमीटर के दायरे में अभी चलेगी। ट्रेन से चीन के शेनजेन से शंघाई पहुंचने में अभी 10 घंटे लगते हैं लेकिन इस रूट पर इस ट्रेन के चलने में यह दूरी 2.5 घंटे में तय हो जाएगी.

बतादें, जापान से लेकर जर्मनी तक के देश भी मैग्लेव नेटवर्क बनाने की सोच रहे हैं, हालांकि उच्च लागत और मौजूदा ट्रैक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ असंगति विकास के लिए बाधा बनी हुई है.

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