Dubai इतने कम सालों में चकाचौंध और गगनचुंबी इमारतों का शहर कैसे बन गया
दुबई! इस शहर का नाम सुनते ही जेहन में क्या आता है। अमीरी, शान-शौकत, दौलत और रईसी। सबसे पहले बुर्ज खलीफा। वही बुर्ज खलीफा जो दुनिया की सबसे ऊंची चोटी है। जिस चोटी ने सिर्फ खुद की नहीं बल्कि दुबई की चोटी को भी ऊपर कर दिया है।
फिर एक सवाल जो सबसे ज्यादा ज़हन में आता है। 30 साल पहले तक इस जगह धूल उड़ती नजर आती थी। वह जगह अब दुनिया की सबसे अच्छी सड़कें और अत्याधुनिक मेट्रो दौड़ती नजर आ रही है।
उस देश में अब शानदार गगनचुंबी इमारतें खड़ी हैं और दुनिया भर के पर्यटक और कारोबारी लोग, जिनकी प्राथमिकता लंदन, पेरिस और न्यूयॉर्क होते थे, अब दुबई का रुख़ करते हैं। 1 दिसंबर, 1971 को इन राज्यों को ब्रिटेन से स्वतंत्रता मिलने के बाद 2 दिसंबर को 6 राज्यों ने एक संघीय गठबंधन बनाया था।
JNU में डॉयरेक्टर ऑफ़ गल्फ़ स्टडीज़ के प्रोफ़ेसर एके पाशा कहते हैं कि 100 साल पहले इस क्षेत्र के व्यापारी चाहे वो भारत के हों, फ़ारस या इराक़ के हों, सब धीरे-धीरे यहां आकर जमा हुए और ये व्यापार का गढ़ बन गया।
यह क्षेत्र एक व्यापारिक नेटवर्क बन गया था और कुवैत या बसरा के व्यापारी, भारत के गुजरात, केरल या ज़ंज़ीबार जाते हुए दुबई में ज़रूर रुकते थे। इसके साथ ही दुबई को एक तेल निर्भर राज्य से दुनिया का एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र बना दिया।
धीरे-धीरे दुबई एक वित्तीय केंद्र बन गया है, एक रीजनल पावर हॉउस बन गया है, बंदरगाहों को आधुनिक स्तर पर बनाया गया और बुर्ज ख़लीफा जैसी 828 मीटर ऊंची गगनचुंबी इमारतों का निर्माण किया गया है।