New START Treaty: रूस ने न्यू स्टार्ट संधि को निलंबित करने का ऐलान किया है. यह संधि अमेरिका और रूस के बीच परमाणु हथियारों की संख्या को सीमित करने के लिए 5 फरवरी 2011 को हुई थी. दुनिया में सबसे अधिक परमाणु हथियार रूस के पास हैं. इसके बावजूद पुतिन ने ऐलान किया है कि रूस अपनी रक्षा के लिए हथियारों के जखीरे को बढ़ाएगा. पश्चिमी देशों को चेतावनी देते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने परमाणु हथियारों को लेकर अमेरिका के साथ हुई न्यू स्टार्ट ट्रीटी को खत्म करने का एलान किया. इस समझौते में परमाणु हथियारों को लेकर दोनों देशों में पारदर्शिता बनाए रखनी थी.
रूस और अमेरिका शीत युद्ध के समय के दुश्मन हैं. ऐसे में दोनों ही देशों ने आपसी प्रतिद्वंदिता से हजारों सामरिक विनाश के हथियार विकसित किए थे. इस संधि में START का अर्थ नई सामरिक शस्त्र न्यूनीकरण संधि (Strategic Arms Reduction Treaty) है. इस संधि का उद्देश्य परमाणु हथियारों की संख्या को 1550 तक सीमित करना था. इसी को न्यू स्टार्ट संधि का नाम दिया गया.

New START Treaty कब लागू हुई थी
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने न्यू स्टार्ट संधि से खुद को अलग कर लिया है. यह संधि अमेरिका और रूस के बीच हुई थी. न्यू स्टार्ट संधि 5 फरवरी 2011 को लागू हुई थी. इसकी अवधि 10 साल यानी वर्ष 2021 तक थी, जिसे पांच साल और बढ़ाकर वर्ष 2026 तक कर दिया गया था. तब दोनों देशों को संधि के तहत अपने परमाणु हथियारों को सीमित संख्या तक लाने के लिए सात साल का मौका दिया गया था.
इसमें कहा गया था कि जब तक संधि लागू रहती है, दोनों देश अपने परमाणु हथियारों के जखीरे को सीमित रखेंगे. अमेरिका और रूस दोनों ही 5 फरवरी, 2018 तक नई स्टार्ट संधि की सीमाओं को पूरा कर लिया था. तब से दोनों देश उससे नीचे बने हुए हैं. यह समझौता 2026 तक था, लेकिन यूक्रेन युद्ध से पैदा तनाव के बीच पुतिन ने समझौता तोड़कर आशंकाएं बढ़ा दी हैं. यह रूस और अमेरिका के बीच अंतिम बड़ा समझौता है जिसे तोड़ दिया गया है.
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