तालिबान का ऐलान, रिपोर्टिंग के लिए महिलाओं को सार्वजनिक रूप से अनुमति नहीं

 
तालिबान का ऐलान, रिपोर्टिंग के लिए महिलाओं को सार्वजनिक रूप से अनुमति नहीं

अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान की सरकार बन जाने के बाद से वहां पर कई नियमों में बदलवा किया गया है. वहीं अब तालिबानी सरकार (Taliban Government) ने आज यानि मंगलवार को मीडिया के लिए एक गाइडलाइन जारी कर दी है. जिसमें कहा गया है कि रिपोर्टिंग करने के लिए महिलाओं को सार्वजनिक रूप से अनुमति नहीं है. साथ ही सरकार के खिलाफ किसी भी रिपोर्ट को प्रकाशित करने की अनुमति नहीं है.

दरअसल, अफगानिस्तान पत्रकार सुरक्षा समिति (AJSC) के जरिए खामा प्रेस ने जानकारी देते हुए बताया है कि उत्तरी बदख्शां प्रांत के स्थानीय अधिकारियों ने मीडिया आउटलेट्स से समीक्षा और सेंसरशिप के बाद अपनी रिपोर्ट को प्रकाशित करने के लिए कहा गया है.

वहीं इस रिपोर्ट में AJSC ने बताया है कि बदख्शां प्रांत में तालिबान ने ऐलान कर कहा है कि किसी भी मीडिया या समाचार एजेंसियों को समूह के हित के खिलाफ प्रकाशित करने की अनुमति नहीं है. फिर आगे AJSC ने कहा कि सूचना और संस्कृति के प्रांतीय निदेशक, मुएजुद्दीन अहमदी ने मुताबिक महिलाओं को रिपोर्टिंग के लिए सार्वजनिक रूप से करने की अनुमति नहीं दी गई है.

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257 से अधिक मीडिया आउटलेट्स ने काम किया बंद

वहीं मीडिया का समर्थन करते हुए संगठन नेहाद रसाना-ए-अफगानिस्तान (NAI) का कहना है कि इस्लामिक अमीरात के शासन के बाद से देश में 257 से अधिक मीडिया आउटलेट्स ने अपना काम ही बंद कर दिया है, जिसमें प्रिंट, रेडियो और टीवी स्टेशन शामिल हैं. जबकि तालिबान सरकार के आने के बाद से वॉचडॉग का कहना है कि 70 फीसदी से अधिक मीडियाकर्मी बेरोजगार हो गए हैं या फिर वो देश छोड़कर निकल गए हैं.

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