'महिलाओं का काम बच्चे पैदा करना, कैबिनेट में मंत्री नहीं बना सकते': तालिबान
15 अगस्त को काबुल पर कब्जा करने के बाद तालिबान ने 7 सितंबर को अफगानिस्तान में अंतरिम सरकार की घोषणा कर दी हैं. जिसमें एक भी महिला को कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया हैं. इस बीच अब तालिबान ने महिलाओं को लेकर बेहूदा बयानबाजी की है. तालिबान ने कहा है कि अफगानिस्तान में महिलाओं को कैबिनेट में जगह नहीं देंगे, महिलाओं का काम सिर्फ बच्चे पैदा करना है.
तालिबानी प्रवक्ता सैयद जकीरूल्लाह हाशमी (Syed Zakir Ullah Hashmi) ने कहा- ‘एक महिला मंत्री नहीं बन सकती है. किसी महिला का मंत्री बनना ऐसा है, जैसे उसके गले में कोई चीज रख देना, जिसे वो नहीं उठा सकती है. महिलाओं के लिए कैबिनेट में होना जरूरी नहीं है. उन्हें बच्चे पैदा करना चाहिए. उनका यही काम है. महिला प्रदर्शनकारी अफगानिस्तान की सभी महिलाओं का प्रतिनिधित्व नहीं कर रही हैं.’ आपको बता दें कि, अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद तालिबान ने हाल ही में महिलाओं के अधिकारों का सम्मान करने की कसम खाई थी और कहा था कि उन्हें सरकारी नौकरी दी जाएगी। लेकिन, तालिबान अब अपने वादे से पलट चुका है.
महिलाएं अधिकारों के लिए कर रही प्रदर्शन
अफगानिस्तान में अलग-अलग जगहों पर अपने अधिकार की मांग को लेकर महिलाएं लगातार प्रदर्शन कर रही हैं. महिलाएं सरकार में हिस्सेदारी की मांग कर रही हैं. उनका कहना है कि तालिबान ने जब अफगानिस्तान पर कब्जा किया था, तो कहा था कि वह अपनी सरकार में महिलाओं को भी शामिल करेगा, लेकिन तालिबान अब महिलाओं पर अत्याचार कर रहा है. तालिबान लड़ाकों के इन महिलाओं के साथ क्रूरता किये जाने की तस्वीरें भी सामने आ रही हैं.
इधर तालिबान सरकार के आंतरिक(गृह) मंत्रालय ने अफगानिस्तान में कई दिनों से जारी प्रदर्शनों को समाप्त कराने के लिए शासनादेश जारी किया है. जिसके तहत प्रदर्शनकारियों को किसी भी तरह का प्रदर्शन करने के लिए पूर्व में अनुमति लेनी होगी. इसके अनुसार उन्हें प्रदर्शन में लगने वाले नारों और बैनरों के लिए भी पहले ही मंजूरी लेनी होगी.