तालिबान ने बिगाड़े संगीत के सुर, अफगानिस्तान से भागे संगीतकार बोले-'हम असुरक्षित कर रहे थे महसूस'
अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबानियों ने अपनी सरकार बनाकर हुकूमत चलाना शुरू कर दी है. तालिबानी सरकार (Taliban Goverment) के नए-नए नियमों से अफगानी काफी परेशान हैं, जिसके कारण कई लोग देश छोड़कर भाग गए हैं. वहीं कुछ लोगों को मौत का डर भी सता रहा है. इन दिनों अफगानिस्तान में सरकार ने संगीत के सुर बिगाड़ दिए हैं. काबुल में तालिबानियों ने अपना कब्जा जमा लिया है. जिसके कारण वहां पर संगीत के कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई है.
टीवी9 की खबर के अनुसार अफगानिस्तान छोड़कर भागे गायक पाशुन मुनावर ने बताया है कि 'काबुल पर तालिबान के नियंत्रण के बाद से संगीत के कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं. अगर हम अपना पेशा छोड़ भी दें तो भी तालिबान हमें नहीं छोड़ेगा'. इसके अलावा दूसरे गायक अजमल का कहना है कि 'काबुल पर तालिबान का नियंत्रण होने के बाद उन्होंने अपना पहनावा ही बदल लिया और पेशावर आ गया'.
'तालिबानियों को हमारा काम नहीं है पसंद'
इसके बाद वह कहते हैं कि 'हमारी तालिबान से कोई दुश्मनी नहीं है, हम उन्हें अपना ब्रदर ही मानते हैं मगर उन्हें हमारा काम पसंद नहीं है, जिसके कारण उनके राज में हम खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं'. आपको बता दें कि अफगानिस्तान में अफगान के दफ्तरों को लोगों ने बंद कर दिया है. जिसके कारण लोगों को लाखों रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है.
फिर अजमल कहते हैं कि अफगान संगीत से हम बहुत प्यार करते हैं और अफगानिस्तान से डर कर यहां आने वाले कलाकारों और गायकों का हम अपनी धरती पर स्वागत करते हैं. वहीं गायक अशरफ गुलजार का कहना है कि 'तालिबान ने काबुल में सभी प्रकार के संगीत कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगा दिया है जिसके कारण संगीत उद्योग से जुड़े लोगों में चिंता उत्पन्न हो गई है'.
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