खतरा! यूरोप में फैला ऊर्जा का संकट, सरकार ने ब्लैकआउट की दी चेतावनी, जानें क्या होगी परेशानी
यूरोप (Euorpe) में इन दिनों ऊर्जा का संकट फैल गया है. जिससे देश ही नहीं बल्कि दुनिया को बिजली की समस्या का सामना करना पड़ सकता है. इस कारण लोगोंं को फैक्ट्रियां भी बंद करनी पड़ सकती हैं. क्योंकि ठंड के महीनों से पहले महामारी से उबरने और घटे हुए स्टॉक को फिर से भरने के लिए पर्याप्त गैस नहीं है. जबकि रूस (Russia) प्राकृतिक गैस का स्टॉक बरकरार रखे हुए है. वहीं यूरोप में अगर तापमान में और कमी आती है तो सबके लिए समस्या पैदा हो सकती है.
दरअसल, यूरोप में महाद्वीप की ऊर्जा की कमी होने की वजह से सरकार ने ब्लैकआउट की चेतावनी जारी कर दी है. यूरोपीय भंडारण सुविधाओं की सूची साल के इस समय के लिए ऐतिहासिक रूप से निम्न स्तर पर है. रूस और नॉर्वे से पाइपलाइन का प्रवाह सीमित हो गया है.
यह इसलिए चिंताजनक है क्योंकि इस मौसम ने वायु टर्बाइनों से उत्पादन कम कर दिया है. इसके अलावा यूरोप के पुराने परमाणु संयंत्र काम से बाहर हो रहे हैं. इस वजह से पावर आउटेज का खतरा बढ़ता जा रहा है. जिसके कारण गैस की जरूरत में भी बढ़ोतरी हो गई है. आपको बता दें कि पिछले एक साल में यूरोपीय गैस की कीमतों में करीब 500 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
इस कीमत में बढ़ोतरी होने से यूरोप में कुछ उर्वरक उत्पादकों को उत्पादन कम किया है. इस कारण किसानों की लागत में वृद्धि होनेका अनुमान बढ़ गया है, जिसका सीधा असर वैश्विक खाद्य मुद्रास्फीति में वृद्धि के तौर पर देखा जा सकेगा. ब्रिटेन में उच्च ऊर्जा कीमतों ने कई आपूर्तिकर्ताओं को व्यवसाय से बाहर कर दिया है.
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