Donald Trump ने सूसी विल्स को चीफ ऑफ स्टाफ नियुक्त किया, ऐतिहासिक मानदंडों को तोड़ते हुए
Donald Trump: नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस के लिए सूसी विल्स को चीफ ऑफ स्टाफ नियुक्त किया है, जिससे वह इस पद पर काबिज होने वाली पहली महिला बन गई हैं। यह नियुक्ति उनके औपचारिक शपथ ग्रहण से पहले हुई है, और इसने वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में उम्र और नेतृत्व के बारे में चर्चाएँ शुरू कर दी हैं।
सूसी विल्स: एक रणनीतिक चुनाव
सूसी विल्स, जो 67 वर्ष की हैं, ट्रंप के अभियान में एक प्रमुख रणनीतिकार रही हैं। उनकी नियुक्ति को ट्रंप की महिलाओं के बीच छवि को सुधारने के लिए एक रणनीतिक प्रयास माना जा रहा है। विल्स ने 2016 और 2020 के चुनावों के दौरान ट्रंप के अभियान का नेतृत्व किया, जो उनकी क्षमता और पूर्व राष्ट्रपति के प्रति वफादारी को दर्शाता है।
नियुक्ति का ऐतिहासिक संदर्भ
यह नियुक्ति विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि विल्स 1946 में इस पद की स्थापना के बाद पहली महिला होंगी। इससे पहले इस पद पर केवल दो ही लोग 67 वर्ष की आयु में नियुक्त हुए हैं: जॉन एफ. केली 2017 में और डोनाल्ड रीगन 1985 में।
ये भी पढ़ें: UP By-Election: तो इस वजह से सपा अपने होर्डिंग्स पर लगाती है पूर्व राष्ट्रपति कलाम की तस्वीर? आप रह जाएंगे हैरान
ट्रंप की उम्र पर टिप्पणियाँ
ट्रंप, जो 78 वर्ष की आयु में अमेरिका के इतिहास के सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति हैं, ने पहले राष्ट्रपति जो बाइडेन की उम्र और स्वास्थ्य पर आलोचना की है। चुनाव जीतने के बाद, ट्रंप ने युवा और ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित करते हुए अपनी स्थिति को मजबूत किया है।
चीफ ऑफ स्टाफ की भूमिका
चीफ ऑफ स्टाफ व्हाइट हाउस में एक महत्वपूर्ण भूमिका है, जिसे अक्सर राष्ट्रपति का "दाहिना हाथ" कहा जाता है। इस पद के लिए सीनेट की मंजूरी की आवश्यकता नहीं होती है और यह सीधे राष्ट्रपति को रिपोर्ट करता है, राष्ट्रपति के एजेंडे के कार्यान्वयन और राष्ट्रपति से मिलने वालों का प्रबंधन करता है।
निष्कर्ष
जैसे ही सूसी विल्स 20 जनवरी, 2025 से अपनी नई भूमिका ग्रहण करने के लिए तैयार हो रही हैं, उनकी नियुक्ति अमेरिकी राजनीतिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण का प्रतीक है। यह निर्णय न केवल समावेशिता की ओर एक कदम दर्शाता है, बल्कि ट्रंप के नेतृत्व को मजबूत बनाए रखने के प्रयासों को भी दर्शाता है।