बेलारूस में ही होगी यूक्रेन-रूस के बीच बातचीत, पुतिन ने अपनी इस स्पेशल फाॅर्स को किया अलर्ट

 
बेलारूस में ही होगी यूक्रेन-रूस के बीच बातचीत, पुतिन ने अपनी इस स्पेशल फाॅर्स को किया अलर्ट
यूक्रेन-रूस युद्ध : यूक्रेन बेलारूस सीमा पर रूस के साथ बातचीत करने के लिए सहमत हो गया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति ऑफिस के हवाले यह बात कही गई है. दोनों देशों के बीच वार्ता चेरनोबिल अपवर्जन क्षेत्र के पास आयोजित की जाएगी. इससे पहले यूक्रेन ने बेलारूस में रूस के साथ बातचीत करने से मना कर दिया था जबकि रूस ने अपने प्रतिनिधिमंडल को वहां भेज दिया था. रिपोर्टों के अनुसार वार्ता के लिए समझौता राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की और बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको के बीच एक फोन कॉल पर बातचीत का परिणाम है. यह सहमति हुई कि यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल पिपरियात नदी के पास यूक्रेन-बेलारूस सीमा पर पूर्व शर्त के बिना रूसी प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात करेगा. बेलारूस के राष्ट्रपति लुकाशेंको ने यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी ली है कि यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल की यात्रा, वार्ता और वापसी के दौरान बेलारूस के क्षेत्र पर तैनात सभी विमान, हेलीकॉप्टर और मिसाइल जमीन पर रहें. इससे पहले राष्ट्रपति पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा था, ''रूस पहले से ही गोमेल में बातचीत के लिए तैयार है. अब मास्को यूक्रेनियन प्रतिनिधिमंडल की प्रतीक्षा कर रहा है. हालांकि पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने मास्को के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था. ज़ेलेंस्की ने कहा था कि रूस बेलारूस से यूक्रेन पर अपने कुछ हमले कर रहा है और वह केवल उन जगहों पर बातचीत के लिए तैयार है जो उसके देश के प्रति आक्रामकता नहीं दिखा रहे हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की को स्वीकार्य स्थानों में वारसॉ, इस्तांबुल और बाकू शामिल हैं. रूस ने 24 फरवरी गुरुवार को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध की घोषणा की थी. तब से, रूसी सेना पूरे यूक्रेन में सैन्य ठिकानों और अन्य स्थानों पर हमले कर रही है. रूसी सेना कीव की राजधानी में अपना रास्ता बनाने की कोशिश कर रही है जबकि यूक्रेनी सेना भी उसका सामना कर रही है. ताजा अपडेट के अनुसार रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी परमाणु फोर्स को अलर्ट पर रहने का आदेश दे दिया है क्योंकि उनके अनुसार यूरोप उनके खिलाफ आक्रामक कार्यवाही कर रहा है. इस पर नाटो चीफ जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि पुतिन का यह बयान बेहद खतरनाक और गैर-जिम्मेदराना है.

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