“आतंकियों को पालता हैं पाकिस्तान” अमेरिकी रिपोर्ट में दावा, भारत की बड़ी जीत
अमेरिकी03:17 PM
आतंकवाद पूरी दुनिया की मानव जाती के लिए हानिकारक हैं, आतंकवाद फैलाने वाला और आतंकवाद को पीठ- पीछे समर्थन करने वाला भी मानवता का दुश्मन हैं। आतंकी हमले कही भी हो लेकिन उसके तार पाकिस्तान से ज़रूर जुड़ते हैं। पाकिस्तान आतंकवादियों की सबसे पसंदीदा जगह हैं, आतंकी अपने आप को यहा सुरक्षित महसूस करते हैं। आतंकवाद को बढ़ावा देने को लेकर पाकिस्तान को दुनियाभर में संदेह की नजर से देखा जाता है।
अमेरिकी विदेश विभाग ने आतंकवाद पर एक रिपोर्ट जारी की है जिसने पाकिस्तान की पोल खोल कर रख दी है। अमरीकी रिपोर्ट के अनुसार कहा गया है कि पाकिस्तान ने भारत विरोधी आतंकवादी समूहों पर लगाम लगाने के लिए कुछ कदम उठाए हैं। लेकिन अफगानिस्तान और भारत को निशाना बनाने वाले कई आतंकी समूह उसकी धरती से काम कर रहे हैं।
अमरीका ने माना भारतीय एजेंसियों का लोहा:
अमेरिका ने भारतीय एजेंसियों की तारीफ करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि जैश के मसूद अजहर और 26/11 के आरोपी साजिद मीर उसके देश में खुले घूमते रहते हैं। अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से ‘कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म 2020: इंडिया’ में भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की तारीफ करते हुए कहा गया है कि आतंकी खतरों को रोकने में भारतीय सुरक्षा एजेंसियां काफी प्रभावशाली हैं।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि आतंकी संगठन ISIS से जुड़े भारतीय मूल के 66 लड़ाके थे।
आतंकवाद के खिलाफ पर्याप्त कदम नहीं: रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान ने आतंकवाद से लड़ने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान ने खूंखार आतंकी संगठनों जैसे मुंबई आतंकी हमले 2008 के मास्टरमाइंड जेईएम के मसूद अजहर व लश्कर ए तैयबा के संस्थापक साजिद मीर के खिलाफ कोई भी कदम नहीं उठाया।
अमेरिकी रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कई आतंकवादी संगठन पाकिस्तान की धरती से ऑपरेट किये जा रहे हैं। जिसमें, खासतौर से भारत के खिलाफ काम करने वाले “लश्कर-ए-तैयबा” और “जैश-ए-मोहम्मद” जैसे आतंकवादी संगठन शामिल हैं। इसके अलावा रिपोर्ट में जम्मू-कश्मीर और माओवादी प्रभावित इलाको में उग्रवाद गतिविधियों को स्वीकार किया गया है|
कहा गया है कि भारत के पास हिंसक उग्रवाद का मुकाबला करने के लिए कोई वैचारिक नीति नहीं हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि जहां लश्कर, जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन, आईएसआईएस, अल-कायदा भारतीय उपमहाद्वीप में सक्रिय हैं तो वही जमात-उल-मुजाहिदीन भारत में प्रमुख आतंकी समूहों के रूप में सक्रिय है।
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