Bank Deposit insurance scheme:- बैंक डूबे तो डूबे, नहीं डूबेगा पैसा, मोदी ने ऐसा क्यों कहा?
माल्या भाग गया, Nirav Modi भाग गया और सहारा कंपनी के मालिक नीलाम हो गए। कभी PNB घटाने है तो कभी फलां बैंक डूब गया। देश में यह खबरें आम हो चुकी है। लेकिन इसी आम खबरों के बीच मोदी की बात सुनने लायक है।
बैंक सुधार के लिए कुछ गए फैसले कुछ कड़े कदम, Bank Deposit Insurance कवर को एक लाख से बढ़ाकर ₹5लाख कर दिया गया है। मोदी द्वारा कहे गए शब्द ,हमारे यहां एक ही परंपरा रही है।
समस्याएं दिखे ,तो टाल दो , दरी के नीचे डाल दो.. पर अब भारत समस्याओं को टालता नहीं है। दरअसल प्रधानमंत्री Narendra Modi दिल्ली के विज्ञान भवन में बैंक डिपॉजिट इंश्योरेंस प्रोग्राम में शामिल हुए थे, जहां पर उन्होंने बैंक सुधार के लिए, लिए गए कुछ फैसलों को सबसे साझा किया।
उन्होंने जमाकर्ताओं के लिए कहीं की मीडिया बैंक टूटने पर कई दिनों तक खबरें चलाती हैं ,जबकि देश ने बहुत बड़ा बदलाव किया बहुत बड़ी मजबूत व्यवस्था शुरू की ,जिसमें लोगों को उनका पैसा वापस दिलाया जा रहा है।
लोग से मतलब वहां जमा कर्ताओं का था। मीडिया से भी उन्होंने यह खबर चलाने को कहा ताकि लोगों तक यह खबर पहुंचे और जमा कर्ताओं में विश्वास पैदा हो ,कि अगर भविष्य में बैंक डूबेगा ,फिर भी उनका पैसा नहीं डूबेगा।
देश की जनता का बैंक व्यवस्था पर भरोसा कायम रहेगा। एक वक्त ऐसा भी था, जब बैंक अगर संकट में भी आ जाए ,तो जमा कर्ताओं का अपना ही पैसा उनके हाथों में आने तक की कोई उम्मीद नहीं होती थी। जो कुछ गलत नीतियों के कारण होता था।
लेकिन अब 3 महीने के अंदर जमाकर्ता को पैसा मिलेगा ,जो कानून के दायरे में आ चुका है। इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए बैंक डिपॉजिट इंश्योरेंस कब्र को ₹5लाखकर दिया। जो पहले एक लाख ही था, इसके अनुसार बैंक डूबने पर ₹5लाख मिलते हैं ,पिछले वर्ष की समाप्ति पर पूर्ण रूप से संरक्षित खातों की संख्या98.1% थी।