अब पूरी तरह से ‘टाटा’ के हवाले एयर इंडिया, पीएम मोदी ने कराई घर वापसी
एयर इंडिया पर पूरी तरह से टाटा सन्स का मालिकाना हक़ हो गया हैं, आज इसकी बची-कुची औपचारिकता भी पूरी हो गयी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ आज टाटा एंड सन्स के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने मुलाक़ात भी हैं। मुलाक़ात की तस्वीर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय (PMO) और टाटा सन्स की तरफ से भी अपलोड की गयी हैं। टाटा संस द्वारा विमानन कंपनी एयर इंडिया के टेकओवर की प्रक्रिया आधिकारिक तौर पर अब पूरी हो गई हैं।
अब एयर इंडिया 27 जनवरी 2022 से पूरी तरह से टाटा ग्रुप का हिस्सा बन चुकी है। टाटा सन्स के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने इस बात की पुष्टि की हैं। एन चंद्रशेखरन गुरुवार यानी आज दोपहर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिले थे।उन्होंने कहा कि हम बेहद खुश हैं कि एयर इंडिया के हैंडओवर की प्रक्रिया पूरी तरह से ख़त्म हो चुकी है और यह वापस टाटा ग्रुप के पास आ गई हैं। हम इसे फिर से एक वर्ल्ड क्लास एयरलाइन में तब्दील करने के लिए हर किसी के साथ मिलकर काम करेंगे।
दीपम के सचिव तुहीन कांत पांडे ने भी कहा कि फॉर्मेलिटीज पूरी हो गई हैं। एयर इंडिया के विनिवेश की प्रक्रिया अब बंद हो चुकी हैं, इसके शेयर Talace Pvt Ltd को ट्रांसफर किए जा चुके हैं। Talace Pvt Ltd, टाटा संस की इकाई है और एयर इंडिया की नई मालिक भी है। एयर इंडिया का मैनेजमेंट कंट्रोल भी टैलेस प्राइवेट लिमिटेड को ट्रांसफर कर दिया गया है। टैलेस की अगुवाई वाले नए बोर्ड ने एयर इंडिया का चार्ज भी अपने हाथों में ले लिया हैं।
कर्ज में डूबी सरकारी एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया के लिए बिड अक्टूबर 2021 में टाटा सन्स की इकाई ने जीती। Talace Pvt Ltd 18,000 करोड़ रुपये के साथ एयर इंडिया के लिए विनिंग बिडर रही थी। एयर इंडिया के लिए टाटा ग्रुप और स्पाइसजेट के अजय सिंह ने बोली लगाई थी। सरकार ने एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेची है। साथ ही एयर इंडिया की ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी AISATS में 50 फीसदी की हिस्सेदारी पर बेची है। इसके लिए टाटा ग्रुप और स्पाइसजेट के अजय सिंह ने व्यक्तिगत बोली लगाई थी।
एयर इंडिया की 68 साल बाद घर वापसी
आपको जानकर हैरानी होगी की एयर इंडिया की 68 साल बाद घर वापसी हुई है। टाटा समूह ने एयरएशिया इंडिया के माध्यम से एयर इंडिया के लिए बोली लगाई थी। आज से पहले एयर इंडिया को टाटा समूह ने ही शुरू किया था और अब 68 साल बाद एक बार फिर एयर इंडिया, टाटा समूह की पक्ष में हो गयी हैं। जेआरडी टाटा ने साल 1932 में टाटा एयरलाइंस की स्थापना की थी।
दूसरे विश्वयुद्ध के वक्त विमान सेवाएं रोक दी गई थीं। जब फिर से विमान सेवाएं बहाल हुईं तो 29 जुलाई 1946 को टाटा एयरलाइंस का नाम बदलकर उसका नाम एयर इंडिया लिमिटेड कर दिया गया। आजादी के बाद 1947 में एयर इंडिया की 49 फीसदी भागीदारी सरकार ने ले ली थी। इसके बाद साल 1953 में इसका राष्ट्रीयकरण हो गया।
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