Anand Giri: लक्ज़री गाड़ियां, महंगे मोबाइल…नरेंद्र गिरी के शिष्य की लाइफस्टाइल उड़ा देगी होश

उत्तर प्रदेश पुलिस ने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी (Narendra Giri) की मौत के मामले में उनके शिष्य महंत आनंद गिरि (Anand Giri) के ख़िलाफ एफ़आईआर दर्ज की गई है. हालांकि आज सामने आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि उनकी मौत दम घुटने से हुई है. वहीं नरेंद्र गिरी की मृत्यु के बाद से उनके शिष्य आनंद गिरि इन दिनों काफी सुर्खियों में आ गए हैं. आइए बताते हैं कि कौन है आनंद गिरी और क्या हैं उनके लाइफस्टाइल...
महंगे भगवा कपड़े पहनना, कीमती मोबाइल फ़ोन रखना और आलीशान गाड़ियों में घूमना आनंद गिरी का शौक है. लग्जरी कारों के शौकीन इनकी पसंदीदा गाड़ी होंडा सिटी है. साथ ही वह विदेश यात्रा भी कर चुके हैं. आज से छह साल पहले वह ऑस्ट्रेलिया भी जा चुके हैं.
आखिर कौन हैं आनंद गिरि?
कहा जाता है कि लंबी दाढ़ी, लंबा कद और फ्रेंच दादी रखने वाले योग गुरू आनंद गिरि को एक रॉकस्टार साधु का दर्जा हासिल है. आनंद गिरि का जन्म 21 अगस्त 1980 को राजस्थान में हुआ था. वह महज 10 साल की उम्र में नरेंद्र गिरि के संपर्क में आए और उनके साथ ही हरिद्वार चले आए. मतलब कि 10 साल की उम्र में ही उन्होंने अपना घर छोड़ दिया था. फिर कई साल तक उत्तराखंड में रहने के बाद आनंद प्रयागराज पहुंचे. उन्होंने पासपोर्ट में माँ के नाम की जगह देवी पारवती का नाम और पिता की जगह गुरु का नाम लिखवाया है.
पहले नरेंद्र गिरी के विश्वासपात्र थे आनंद
प्रयागराज में संगम तट पर लेटे हनुमान मंदिर में महंत नरेंद्र गिरि से संबंधों की अगर बात करें तो आनंद गिरि उनके सबसे विश्वासपात्र थे. यही कारण हैं की आनंद गिरि को 'छोटे महाराज' के नाम से भी जाना जाता था. ख़बरों के अनुसार यूं तो आनंद गिरि और नरेंद्र गिरि के बीच काफी आत्मीय संबंध रहे हैं लेकिन बाघंबरी मठ की ज़मीन को लेकर दोनों में विवाद हुआ और दोनों ने एक दूसरे पर आरोप लगाए.
बुलेट पर किए हैं स्टंट
आनंद गिरी लक्ज़री कारों के अलावा मोटसाइकिल बुलेट के भी काफी शौक़ीन हैं. माघ मेले के दौरान वह अक्सर बुलेट चलते दिखाई दे जाते थे. इतना ही नहीं, उन्हें कई बार बुलेट पर स्टंट तक करते भी देखा गया है.
शराब के साथ वायरल फोटो
आनंद की एक फोटो पिछले साल वायरल हुई थी जिसमे वह प्लेन के बिज़नेस क्लास में बैठे दिखाई दे रहे थे. उनके सामने शराब का गिलास रखा था. इस तस्वीर के वायरल होने के बाद मठ से जुड़े लोगों ने आपत्ति जताई थी. इसके बाद आनंद गिरी ने सफाई देते हुए कहा था की उस गिलास में शराब नहीं बल्कि एप्पल जूस था और उनको बदनाम करने की साज़िश के तहत यह तस्वीर वायरल की गई है.
छेड़छाड़ करने का लगा आरोप
आपको बता दें कि देश-विदेश की यात्रा करने वाला आनंद गिरी करीब छह साल पहले ऑस्ट्रेलिया गए थे वहां पर एक होटल में दो महिलाओं से छेड़छाड़ करने और मारपीट करने का उन पर आरोप लगा था. फिर महिलाओं ने उनके खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई थी,लेकिन उनके गुरु नरेंद्र गिरी और वकीलों की मदद से उनको रिहा करा लिया गया था. हालांकि इससे नरेंद्र गिरी काफी आहात हुए थे और बाघंबरी मठ की छवि पर भी इसका असर पड़ा था.
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