दिवाली पर जनता को मोदी का बोनस गिफ़्ट पेट्रोल पर ₹5 और डीजल पर ₹10 की कटौती, प्रियंका बोली दिल से नहीं डर से लिया फैसला
दिवाली के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार ने ऐसा फैसला लिया है। मोदी सरकार की इस सौग़ात से आम जनमानस कि जेब बचत में रहेगी। भारत सरकार ने बुधवार को पेट्रोल- डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में कटौती की है।आज से पेट्रोल 5 रुपय और डीजल 10 रुपय तक सस्ता होगा।इसके साथ ही कई राज्य सरकारों ने भी क्रूड ओईल पर वैट कि कटौती की है।जिसके बाद अब कई राज्यों में पेट्रोल 6 रुपय से लेकर 12 रुपय और डीजल 11 रुपय से लेकर 17 रुपय तक सस्ता हो गया है।
चुनावीरण के लिए तैयार राज्य उत्तर प्रदेश ने पेट्रोल पर 7 रुपए और डीजल पर 3 रुपए वैट कम करने का ऐलान किया है। त्रिपुरा की बिप्लब सरकार ने भी पेट्रोल डीजल की कीमतों में 7 रुपए तक की कमी का ऐलान किया है। कर्नाटक की भाजपा सरकार ने भी पेट्रोल डीजल की कीमतों में 7 रुपए तक के वैट की कमी का ऐलान किया है। इसी तरह बिहार, गोवा, मणिपुर, उत्तराखंड, सिक्किम आदि राज्यों ने भी ईंधन की कीमतों में कमी का ऐलान कर दिया है। केंद्र सरकार की एक्साइज ड्यूटी में कमी का असर डीजल पेट्रोल के दाम पर दिखने लगा है।
आज राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 103.96 रुपए प्रति लीटर हो गया। मुंबई में इसकी कीमत 109.98 रुपए प्रति लीटर हो गई है।लेकिन इस फैसले के बाद भारत सरकार को भारी नुक़सान भी झेलना पड़ेगा। टैक्स में कटौती किए जाने के बाद सरकार को एक साल में करीब 1.4 लाख करोड़ का नुकसान हो सकता है।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार एक्साइज ड्यूटी में कमी किए जाने के बाद सरकार को राजस्व से होने वाली आय में हर महीने करीब 8700 करोड़ रुपए की कमी हो सकती है। जबकि एक साल में यह घाटा करीब 1 लाख करोड़ के पार हो सकता है। वहीं मौजूदा वित्तीय वर्ष में भी कर संग्रह में 45 हजार करोड़ की कमी हो सकती है।
सरकार के इस कदम पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि ये दिल से नहीं बल्कि डर से लिया गया फैसला है। उनकी इस टिप्पणी पर फिल्ममेकर अशोक पंडित ने निशाना साधा है।दरअसल प्रियंका गांधी ने गुरुवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए एक ट्वीट में मोदी सरकार पर हमला करते हुए लिखा, यह दिल से नहीं डर से निकला फैसला है। वसूली सरकार की लूट को आने वाले चुनाव में जवाब देना है
उनके इस ट्वीट पर तंज कसते हुए अशोक पंडित ने ट्वीट किया, ‘दिवाली के दिन तो ज़हर मत फैलाओ मोहतरमा! दिल की बातें वो करता है जिसके पास दिल हो! आपके पास होता तो 1984 में सिखों का नरसंघार नहीं होता, 1990 में कश्मीरी हिंदुओं का निर्वासन नहीं होता।
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