अब दुनिया देखेगी आयुर्वेद की ताकत, भारत में बनने जा रहा है WHO Global Centre
WHO Global Centre: जब से विश्व में कोरोना महामारी नामक त्रासदी आई है, तब से सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरा विश्व आयुर्वेद की औषधियों व उपचारों को अपना रहा है. जिससे विश्व के कई देशों में लोग आयुर्वेद के मुरीद हो चुके हैं.
आपको बता दें कि इसी के चलते अब आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार द्वारा बजट-2022 में WHO Global Center For Traditional Medicine के लिए अच्छा खासा बजट आवंटित किया गया है.
ऐसा होने से सिर्फ वैश्विक स्तर पर आयुर्वेद की स्वीकार्यता व उपयोगिता ही नहीं बढ़ेगी, बल्कि WHO द्वारा आयुर्वेद में नए-नए शोध इत्यादि भी किए जाएंगे. इस योजना पर इस वर्ष (2022) में सरकार द्वारा कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
वहीं WHO की तरफ़ से वर्ष 2020 में ही भारत में WHO Global centre for traditional medicine स्थापना करने की घोषणा कर दी गई थी. केंद्र सरकार द्वारा इसकी स्थापना व संचालन के लिए आयुष मंत्रालय को 3050 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है.
यह विश्व का पहला ऐसा WHO Global centre होगा. जिसमें पारंपरिक चिकित्सा (आयुर्वेद) पर शोध इत्यादि किए जाएंगे. इससे हमारे देश की पारंपरिक चिकित्सा शैली व उसकी उपयोगिता पूरे विश्व को पता चलेगी और लोग इसका लाभ भी उठाएंगे.
भारत में प्राचीन काल से जो चिकित्सा प्रणाली अपनायी जा रही है वहीं आयुर्वेद है. भारत द्वारा आयुर्वेद को बढ़ावा देने का प्रयास काफी समय से चल रहा है. एलोपैथ आने के बाद आयुर्वेद के उपचार को लोगों ने लेना कम कर दिया था. भारत में आयुष मंत्रालय की ओर से आयुर्वेद का प्रचार इत्यादि करने का कार्य किया जा रहा है.