इस बीजेपी नेता की पीएम मोदी से मिलते ही हो गई “बहस”, लगाए गंभीर आरोप
प्रधानमंत्री मोदी अपनी सरकार के 8 साल पूरे कर चुके हैं, अब तक विपक्ष ही उन पर आरोप लगाता आ रहा था। लेकिन अब बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता और वर्तमान में मेघालय के गवर्नर सत्यपाल मलिक ने पीएम मोदी पर बेहद गंभीर आरोप लगा दिए हैं। आरोप इस तरह के हैं की बीजेपी और उनके समर्थकों को पसंद नहीं आएँगे। प्रधानमंत्री मोदी अपनी सादगी के लिए जाने जाते हैं, जिसकी वजह से आम जनता उनकी तरफ खिंची चली आती हैं। लेकिन अब उनकी पार्टी के एक-दो वरिष्ठ नेताओं ने उन पर हमला बोलना शुरू कर दिया हैं।
मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने रविवार को सरकार और भाजपा नेतृत्व पर अपना आक्रामक रवैया जारी रखा। उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि जब किसानों के विरोध प्रदर्शन पर चर्चा करने के लिए उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई तो वह “अहंकार” में थे। उन्होंने कहा कि पीएम के साथ उनकी बहस भी हो गई थी। मलिक ने पीएम पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। वैसे बीजेपी के कई नेता गवर्नर सत्यपाल मलिक और राज्यसभा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी को मौक़ा परस्थ नेता करार दे चुके हैं।
सत्यपाल मलिक बोले मेरा उनसे झगड़ा हो गया: हरियाणा के दादरी में एक सामाजिक समारोह को संबोधित करते हुए सत्यपाल मलिक ने कहा, “मैं जब किसानों के मामले में प्रधानमंत्री जी से मिला तो मेरी पांच मिनट में ही उनसे लड़ाई हो गई। वो बहुत घमंड में थे। जब मैंने उनसे कहा, हमारे 500 लोग मर गए, तो उन्होंने कहा, मेरे लिए मरे हैं? मैंने कहा आपके लिए ही तो मरे थे, क्योंकि आप राजा जो बने हुए हो, इसको लेकर मेरा उनसे झगड़ा हो गया।” सत्यपाल मलिक ने आगे कहा कि पीएम ने कहा अब आप अमित शाह से मिल लो। जिसके बाद मैं अमित शाह से मिला।
इसके बाद में, दादरी में पत्रकारों से बात करते हुए गवर्नर मलिक से कृषि कानूनों को समाप्त करने को लेकर सरकार के फैसले पर राय मांगी गई तो उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री ने जो कहा उसके अलावा और क्या कह सकते थे। हमें (किसानों को) फैसला लेना चाहिए। हमें कुछ ऐसा करने के बजाय एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी पाने के लिए उनकी मदद लेनी चाहिए। आपको बता दे की मेघालय के गवर्नर सत्यपाल मलिक “जाट समुदाय” से आते हैं और पश्चिमी उत्तरप्रदेश और हरियाणा के कुछ जिलों में “जाट समुदाय” चुनावी नतीजो में निर्णायक साबित होते हैं।
MSP पर कानून बने: मलिक ने आगे कहा कि “अभी भी मुद्दे लंबित हैं। जैसे किसानों के खिलाफ मामले। सरकार को उन मामलों को वापस लेने की जरूरत है। इसी तरह एमएसपी पर कानून बनाए जाने की जरूरत है। आपको बताते चले कि सत्यपाल मलिक इससे पहले भी कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ कई बार बयान दे चुके हैं। नवंबर में, जयपुर में बोलते हुए उन्होंने कहा था कि केंद्र को अंततः किसानों की मांगों को मानना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि जब भी वह किसानों के मुद्दे पर बोलते हैं, तो उन्हें कुछ हफ़्ते के लिए आशंका होती है कि उन्हें दिल्ली से फोन आ सकता हैं।
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