किसानो को यह राज्य सरकार देने जा रही ₹50,000 रुपय प्रति हेक़्टेयर, CM बोले उनका बेटा उनके साथ है
बेमौसम बरसात की वजह से किसानो की फसलो को जो नुक़सान पहुँचा है। दिल्ली सरकार उन प्रभावित किसानो को अब ₹50,000 रुपय प्रति हेक्टेयर देने जा रही है। यह आदेश खुद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिया है। उन्होंने साफ कहा कि जिन किसानो का बेमौसम बरसात से फसल का नुक़सान हुआ है, उनको मुआवज़ा दिया जाएगा।
केजरीवाल ने बीते बुधवार को एक पीसी के दौरान कहा “मै किसानो से कहना चाहता हूँ कि वो फसल खराब होने पर परेशान न हो। मै हूँ ना। दिल्ली सरकार 50,000 रुपय हेक्टेयर मुआवज़ा राशि देगी। उनका बेटा उनके साथ खड़ा है”। उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा की राजस्व अधिकारी बेमौसम बरसात से बार्बद हुई फसलो का सर्वेक्षण कर रहे हैं और यह काम दो सप्ताह के भीतर पूरा हो जाएगा।
दो महीने के अंदर-अंदर ही, प्रभावित किसानो को 50,000 रुपय प्रति हेक्टेयर की दर से मुआवज़ा राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 20 अक्टूबर को कहा कि दिल्ली सरकार किसानो की मदद के लिए प्रतिबद्ध है और पहले भी उसने किसानो को 50,000 रुपय प्रति हेक्टेयर की दर से मुआवज़ा दिया है। जो देश में सबसे ज़्यादा है।
केजरीवाल के अनुसार “जब-जब ऐसे मौके आए…. किसी भी कारण से किसानो की फसले बर्बाद हुई” तब-तब आम आदमी पार्टी की सरकार ने आगे बढ़कर किसानो का साथ दिया है। दिल्ली सरकार की आम आदमी पार्टी ने देश के अन्नदाताओं को हर बार 50,000 रुपय प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मुआवज़ा दिया है, जो की पूरे देश में सबसे अधिक है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा- कही पर हम 8,000 रुपय देते है, तो कही पर यह रकम बढ़ाकर हम किसानो को 10,000 भी देते है। लेकिन हमने पूरे 50,000 रुपय दिए है, सिर्फ़ एलान करके नही छोड़ा। हमारी सरकार की कोशिश रहती है की घोषणा करते ही महीने भर के भीतर पैसा जनता तक पहुँच जाए।
केजरीवाल ने आगे कहा की मैंने आदेश दे दिए है कि जिनकी फसल बर्बाद हुई है उन्हें इसी हिसाब से मुआवज़ा दिया जाएगा।बकौल सीएम, “सभी डीएम और एसडीएम पैमाइश कर रहे हैं कि कहां कितनी फसल बर्बाद हुई है। काम चालू है। मुझे उम्मीद है कि दो हफ्ते के भीतर सारी पैमाइश/सर्वे कर देंगे। हमारी कोशिश है कि अगले डेढ़ महीने के भीतर आपका मुआवजा आपके खाते में पहुंच जाए।”
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