चमत्कारों की खान है Aloevera, ऐसे फायदे आपने पहले कभी नहीं सुने होंगे
क्या आपके चेहरे पर झुर्रियां हैं? त्वचा पर मुहांसों की समस्या है? ऐसी ही और कई तरह की बीमारियों का सदियों से पुराना इलाज एलोवेरा रहा है। घृतकुमारी यानि Aloevera को हम वान्डर प्लांट के नाम से भी जानते हैं। यह एक छोटे स्टेम यानि झाड़ियों के जैसा होता है। एलोवेरा लिलियासी परिवार का एक कैक्टस रुपी पौधा है।
एलोवेरा एक रसीला पौधा है इसके उगने के लिए गर्म तापमान वाला क्षेत्र उपयुक्त होता है क्योंकि रसीला पौधा है इसलिए इसकी पत्तियां काफी लंबे समय तक पानी स्टोर कर सकती हैं। Aloevera में कई तरह के पोषक तत्व, खनिज, विटामिन, एमिनो एसिड, और कई तरह के सक्रिय एंजाइम होते हैं। यह लगभग छह तरह के प्राकृतिक एंटीसेप्टिक्स पैदा करता है, जिसमें मोल्ड, कवक और वायरस आदि के समाप्त करने की शक्ति होती है। आइए एलोवेरा पौधे के फायदे जानते हैं।
त्वचा संबंधी विकारों में Aloevera का प्रयोग
जिनके चेहरे में झाइयां हैं, मुहांसे है या जिनको सनबर्न की शिकायत रहती है ऐसे लोगों के लिए एलोवेरा का पौधा लाभकारी होता है। Aloevera को नहाने से पहले पूरे शरीर पर लगाएं इससे आपके त्वचा संबंधी विकार दूर हो जाएंगे। आप एलोवेरा को लगाकर अपने पूरे शरीर की कांति बढ़ा सकते हैं।
अर्थराइटिस में Aloevera का प्रयोग
एलोवेरा का प्रयोग अर्थराइटिस जैसी गंभीर बीमारियों में किया जाता है। Aloevera को घुटनों और पैरों के जोड़ पर लगाकर धीरे-धीरे मालिश करें। यदि समस्या गंभीर है तो इसे सरसों के तेल के साथ मिलाकर प्रभावित जगहों पर मालिश करें।
जलने पर Aloevera का प्रयोग
यदि किसी कारण से आपके शरीर का कोई अंग यदि जल जाता है तो ऐसी स्थिति में Aloevera या घृतकुमारी काफी फायदेमंद है। जलने पर इसे लगाने से उस जगह पर छाले नहीं पड़ते हैं साथ ही जलन में भी आराम मिलता है।
इसके अलावा आंखों के काले घेरे, फटी एड़ियों, खून की कमी को दूर करने में और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में एलोवेरा एक चमत्कारिक औषधि की तरह काम करता है।
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