Brahmeshwar Mandir: इस मंदिर में मौजूद है सृष्टि का सबसे पहला शिवलिंग, जरूर करें दर्शन
Brahmeshwar Mandir: हिंदू धर्म में भगवान शिव को देवों का देव महादेव कहा जाता है. भगवान शिव जिन्हें त्रिदेवों में प्रमुख स्थान दिया गया है, धरती पर उनके स्वरूप के तौर पर शिवलिंग को पूजने की प्रथा है. शिवलिंग को भगवान शिव का अवतार माना जाता है, और भगवान शिव के हर मंदिर में शिवलिंग मौजूद होता है. शिवलिंग की देख-रेख साक्षात नंदी महाराज करते हैं. यही कारण है कि शिवलिंग के आसपास नंदी की प्रतिमा भी अवश्य होती है.
हमारे आज के इस लेख में हम आपको धरती के सबसे पहले शिवलिंग से रूबरू कराने वाले हैं, ताकि आप भी आसानी से उसके दर्शन कर सकें. आज हम आपको ब्रह्मा जी द्वारा स्थापित किए सर्वप्रथम शिवलिंग के बारे में बताएंगे, तो चलिए जानते हैं…
कहां मौजूद है भगवान शिव का सबसे पहला शिवलिंग?(Brahmeshwar Mandir)
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, ब्रह्मा जी ने ब्रह्मवर्त घाट पर मानव जाति का आरंभ किया था, इसी जगह पर उन्होंने यज्ञ किया था और सबसे पहला शिवलिंग स्थापित किया था. यह स्थान उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में स्थित है. जहां बिठूर जिले में गंगा नदी के किनारे ब्रह्मवर्त घाट मौजूद है, यहीं पर ब्रह्मेश्वर महादेव के मंदिर में भगवान शिव का सबसे पहला शिवलिंग विराजमान है.
कहा जाता है सृष्टि की रचना के दौरान ब्रह्मा जी ने भगवान शिव के सबसे पहले शिवलिंग को स्थापित किया था, इस दौरान उन्होंने इसी स्थान पर एक खूंटी गाढ़ी थी, जिसे ब्रह्मा जी की खूंटी के नाम से जाना जाता है. जो भी भक्त ब्रह्मेश्वर महादेव के मंदिर में भगवान शिव के सबसे पहले शिवलिंग के दर्शन के लिए आता है, वह ब्रह्मा जी की खूंटी के भी दर्शन अवश्य करता है.
ऐसी मान्यता है जो भी व्यक्ति इस जगह पर आकर संपूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ पूजा-अर्चना करता है, उसके जीवन में महादेव का आशीर्वाद सदा बना रहता है. जिस कारण कानपुर का ब्रह्मेश्वर महादेव मंदिर काफी लोकप्रिय है.
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