Chanakya Niti: स्त्रियों के इन 4 गुणों के आगे शक्तिशाली पुरुष भी मान जाते हैं हार
Chanakya Niti: हमारी भारतीय संस्कृति में नारी (स्त्री) का दर्जा सबसे ऊंचा बताया गया है. नारियों की पूजा की जाती है व उन्हें देवी का स्वरूप माना जाता है. लेकिन इसके पीछे का विशेष कारण है स्त्री के गुण.
दरअसल, स्त्रियों के अंदर कुछ ऐसे गुण होते हैं जिनकी तुलना में पुरुषों का भी बल फीका पड़ जाता है. स्त्री के उन्हीं गुणों का विवेचन चाणक्य नीति में भी पाया जाता है.
चाणक्य नीति वह नीति है जो भारत के विद्वान चाणक्य जी द्वारा लिखी गई है. जिसकी प्रासंगिकता का प्रकाश आज भी सबको प्रकाशित करता है.
यूं तो इस नीति में पुरुष व स्त्री दोनों के ही गुणों व अवगुणों की व्याख्या मिलती है. लेकिन आज हम स्त्री के उन गुणों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका लोहा पुरुष भी मानते हैं.
हिम्मती स्त्रियां में 6 गुना साहस
चाणक्य नीति कहती है कि स्त्री का सबसे विशेष गुण उसकी हिम्मत है. जो महिला हिम्मती होती है और हर परिस्थिति का से जमकर सामना करती है उसके आगे पुरुष भी नतमस्तक हो जाते हैं. ऐसी स्त्रियों में पुरुषों की अपेक्षा 6 गुना अधिक साहस व पराक्रम होता है. निसंदेह इस गुण की परिभाषा भारत की विभिन्न नारियों जैसे - रानी लक्ष्मीबाई, झलकीबाई आदि ने स्पष्ट की है.
समझदार स्त्रियां होती हैं सबकी प्रिय
चाणक्य नीति के अनुसार स्त्री का दूसरा विशेष गुण उसकी समझदारी है. स्त्री यदि समझदार है तो वह अपने परिवार की नैया को पार कर लेगी. यही कारण है कि पुरुष समझदार स्त्रियों का साथ पाना पसंद करते हैं. जो जीवनभर उनका साथ समझदारी से निभाती हैं.
भावुक स्वभाव की स्त्रियां
स्त्री का अन्य विशेष गुण है उसकी भावुकता. एक स्त्री में दया, करुणा, सद्भावना, प्रेम, स्नेह और भावुकता पुरुषों से अधिक होती है. लेकिन यह भावुकता उन्हें कमजोर नहीं बनाती है. बल्कि उनकी भावुकता ही उनके वजूद को कायम रखती है.
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भूख लगने का स्वभाव
चाणक्य नीति कहती है कि स्त्रियों को पुरुषों की अपेक्षा अधिक भूख लगती है. जो कि उनकी शारीरिक संरचना के कारण होता है. उनका यह स्वभाव उन्हें फिट रखने के लिए बेहद लाभकारी साबित होता है.