Chanakya Niti: आपने चाणक्य शास्त्र के बारे में तो सुना ही होगा. यह एक ऐसा शास्त्र है जो वर्तमान समय में भी अपनी लोकप्रियता के वृक्ष से नीचे नहीं आता है. दरअसल इस नीति के लेखक आचार्य चाणक्य जी रहें. आचार्य चाणक्य ज्ञान का वह सागर है जिसमें डूबकर हर मानव अपने जीवन की भंवर को पार लगा सकता है.
दरअसल, चाणक्य वहीं विद्वान व्यक्ति हैं जो कौटिल्य के नाम से भी जाने जाते है. राजाओं को महान राजा बनाने में आचार्य चाणक्य का ही हाथ हुआ करता था. इतना ही नहीं प्रसिद्ध प्रतापी व सम्राट धनानंद के अहंकार को दूर करने में भ आचार्य चाणक्य का ही हाथ ही था.
चाणक्य नीति में मनुष्य के जीवन से जुड़ी कई बातों को बताया है. यदि कोई व्यक्ति इन नीतियों का पालन करता है तो उसका जीवन सफल हो जाता है, कामयाबी का बिगुल बजने लगता है, साथ ही दुश्मनों को भी परास्त करने की सीख मिलती है. इसी तरह यदि आप वास्तव में अपने दुश्मनों पर विजय प्राप्त करना चाहते हैं तो आचार्य चाणक्य की इन बातों को ध्यान में अवश्य रखें.
सतर्कता बचाएंगी दुश्मन के वार से
चाणक्य नीति के अनुसार आपको सावधानी का विशेष ध्यान रखना चाहिए. सावधानी व सतर्कता के माध्यम से ही हम आने वाले हर संकट को भाप सकते हैं. साथ ही इस भापी संकट से बचने के उपायों के विषय में विचार भी कर सकते हैं. इसलिए यदि आप अपने दुश्मनों के घातक प्रहारों से बचना चाहते हैं तो सतर्कता बनाए रखें.
संयम है पुरुषार्थ की शक्ति
आचार्य चाणक्य के अनुसार, व्यक्ति को कभी भी अपना संयम नहीं खोना चाहिए. बड़े बड़े ज्ञानी भी जब संयम को काबू में नहीं रख पाते तो बड़ी गलतियां कर बैठते हैं. ऐसे में एक छोटी सी गलती का भी फायदा दुश्मन अपने फायदे के लिए उठा लेता है. इसलिए कितनी भी बड़ी मुसीबत को आपका संयम ही उसका निर्णय निकाल सकता है.
डर कर नहीं डटकर करें सामना
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि डर मनुष्य को अंदर से कमजोर बना देता है. जो व्यक्ति अपने दुश्मन के बाहुबल या सैन्य शक्ति की देखकर डर जाता है वह कभी अच्छा योद्धा नहीं कहलाता है. अक्सर आपको युद्ध बल से नहीं दिमाग से जीतने पड़ते हैं. ऐसे में डरना आपके लिए हार का कारण बन जाएगा. अपने दुश्मन के सामने कभी भी डरकर खड़े ना हो.
धैर्य से ही मिलेगा हल
आचार्य चाणक्य के अनुसार धैर्य मनुष्य का विशेष गुण है. इस धैर्य से ही लोग बड़े से बड़े काम बना लेते हैं. यदि आप चाणक्य नीति का पालन करते हैं और आप वास्तव में अपने दुश्मन को परास्त करना चाहते हैं तो धैर्यता ही आपको उस विकट परिस्थितियों से उबार सकती है. इसलिए बड़े से बड़े संकट में भी धैर्य का साथ कभी ना छोड़े.
ये भी पढ़ें:- कोई बार-बार करे आपका अपमान, तो इस तरीके से लें बदला