Conch Rules: पूजा करते समय यदि आप भी बजाते हैं शंख, तो इन नियमों का जरूर करें पालन…
Conch Rules: हिंदू धर्म में देवी-देवताओं की पूजा करने के बाद यदि आप भी शंख बजाते हैं. तो आपको भी कुछ एक बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए. अन्यथा आपको इसका लाभ नहीं मिलता है. शंख जिसे देवी लक्ष्मी के भाई के रूप में जाना जाता है. तो यदि इसे बजाते समय आप कुछ एक बातों का ध्यान नहीं रखते हैंं, तो आपको भी देवी लक्ष्मी की कृपा नहीं मिलती है. इतना ही नहीं, बिना शंखनाद के देवी लक्ष्मी की पूजा अधूरी मानी जाती है. जैसा कि आप जानते हैं कि शंख की उत्पत्ति समुद्र मंथन के दौरान हुई. इसी से देवी लक्ष्मी जन्मी थी, जिस कारण हिंदू धर्म में शंख का विशेष महत्व है, जिसे हर धार्मिक अवसर पर बजाया जाता है.
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मान्यता है कि पूजा के बाद शंख बजाने से आसपास का नकारात्मक प्रभाव कम होता है, साथ ही आसपास का माहौल भक्तिमय रहता है. हमारे आज के इस लेख में हम आपको शंख बजाने से जुड़ी विशेष बातों के बारे में बताने वाले हैं, जिनको आपको अवश्य ही ध्यान में रखना चाहिए.
शंख बजाने के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें…
प्रतिदिन पूजा के बाद शंख बजाने से आपके घर में सकरात्मक माहौल बना रहता है. साथ ही शंख बजाने से बुरी शक्तियों का प्रभाव कम होता है.
कभी भी शंख बजाने के बाद उसे झूठा नहीं रखना चाहिए. उसे सदा धूलकर ही पूजा स्थान पर रखना चाहिए.
मंदिर में शंख सदा भगवान की मूर्ति के दाई ओर रखना चाहिए.
भगवान विष्णु, देवी लक्ष्मी और श्री राम व कृष्ण जी की पूजा के दौरान शंख जरूर बजाना चाहिए.
देवी देवताओं के स्नान के लिए प्रयोग होने वाले और बजाने वाले शंख दोनों ही अलग होने चाहिए.
अगर आप पूजा के बाद शंख में जल भरकर भगवान पर छिड़कते हैं, तो इससे आपको ईश्वरीय कृपा प्राप्त होती है.
शंख को कभी भी जमीन पर नहीं रखना चाहिए.इसे सदा कपड़ा बिछाकर ही रखना चाहिए.
शंख को कभी भी पूजा के स्थान पर जल भरकर नहीं रखें. और शंख को रखते समय उसका खुला हिस्सा सदा ऊपर की ओर रखें.