Holashtak 2023: होली से पहले 8 और 9 दिन क्यों माने जाते हैं बुरे? ये है कारण...

 
Holashtak 2023: होली से पहले 8 और 9 दिन क्यों माने जाते हैं बुरे? ये है कारण...

Holashtak 2023: हिंदू धर्म में होली का पर्व बेहद हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. होली के दिन सब लोग आपस में एक दूसरे से गले मिलते हैं और रंग गुलाल लगाते हैं. होली का दिन धार्मिक दृष्टिकोण से भी बेहद महत्वपूर्ण माना गया है, जिसको लेकर कई एक मान्यताएं प्रचलित है. जिनमें से एक मान्यता है भगवान विष्णु के भक्त प्रहलाद की. कहा जाता है कि प्रह्लाद के पिता हिरण्यकश्यप अपने बेटे की भक्ति से बहुत चिढ़ते थे, जिस कारण उन्होंने अपने पुत्र को मारने की कई बार योजना बनाई, जिसके लिए उन्होंने अपनी बहन होलिका की सहायता ली, लेकिन भगवान विष्णु के आशीर्वाद से भक्त प्रह्लाद को कोई खरोच तक नहीं आई,

Holashtak 2023: होली से पहले 8 और 9 दिन क्यों माने जाते हैं बुरे? ये है कारण...
Image credit:- thevocalnewshindi

लेकिन होलिका प्रह्लाद को लेकर अग्नि में बैठी तब प्रह्लाद तो बच गया लेकिन होलिका जलकर दहन हो गई, तभी से होली का पर्व मनाया जाता है, होली के पर्व से पहले होलाष्टक भी पड़ता है, जिसे बेहद शुभ माना गया है,

और इन दिनों किसी भी शुभ काम को करने की मनादि है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि होलाष्टक के दिनों को क्यों इतना अशुभ माना गया है, यदि नहीं तो हमारे आज के इस लेख में हम आपको यही बताएंगे.

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Holashtak 2023: होली से पहले 8 और 9 दिन क्यों माने जाते हैं बुरे? ये है कारण...
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क्यों होलाष्टक के दिनों को माना जाता है खराब?

जैसा की आपको विदित है कि होली का पर्व भक्त प्रह्लाद की वजह से मनाया जाता है, जिस पर भगवान विष्णु की विशेष कृपा थी. कहा जाता है कि होलिका दहन से पहले भगवान विष्णु के भक्त प्रह्लाद पर उसके पिता हिरण्यकश्यप के द्वारा काफी ज्यादा अत्याचार किया गया,

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जिस कारण होली से पहले भक्त प्रह्लाद ने कई सारी यातनाएं झेली. जिस कारण होली से पहले के 8 या 9 दिन बेहद खराब माने जाते हैं, इन दिनों हिंदू धर्म में किसी भी शुभ काम को करने की मनादि होती है.

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