Kubereshwar dham: शिव जी के इस धाम में क्यों मुफ्त बांटे जाते हैं रुद्राक्ष? जानें वजह...
Kubereshwar dham: मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में स्थित भगवान शिव का कुबेरेश्वर धाम आजकल काफी चर्चा का विषय बना हुआ है. जहां इन दिनों रुद्राक्ष महोत्सव के दौरान मची भगदड़ की वजह से कई लोग जान गंवा चुके हैं. ऐसे में कुबेरेश्वर धाम के विषय में जानना हम सभी के लिए बेहद आवश्यक है. मान्यताओं के अनुसार जो भी व्यक्ति पूर्ण भक्ति और श्रद्धा के साथ भगवान शिव के कुबेरेश्वर धाम पहुंचता है. भगवान शिव उसकी सभी मनोकामना को पूर्ण करते हैं. आज हमारे इस लेख में हम आपको कुबेरेश्वर धाम के बारे में ही बताने वाले हैं.
कुबेरेश्वर धाम में लगने वाले रुद्राक्ष महोत्सव का महत्व
कुबेरेश्वर धाम में पंडित प्रदीप मिश्रा जी जो कि बेहद जानेमाने और लोकप्रिय कथावाचक हैं. जिनसे मिलने के लिए दूर-दूर से भक्त यहां पहुंचते हैं. कुबेरेश्वर धाम में रूद्राक्ष महोत्सव का आयोजन किया जाता है.
कुबेरेश्वर धाम में 1 चमत्कारी आंवले का पेड़ भी मौजूद है, जिसके आसपास कलावा बांधने पर आपकी सारी इच्छाएं महादेव पूर्ण करते हैं. कुबेरेश्वर धाम में मौजूद शिवलिंग का अभी निर्माण कार्य चल रहा है.
ऐसा माना जाता है कि इस पवित्र धाम के कण-कण में भगवान शिव का वास है. यहां हर साल रुद्राक्ष महोत्सव का आयोजन किया जाता है, जिसमें भाग लेने के लिए दूर-दूर से लोग यहां पहुंचते हैं.
कुबेरेश्वर धाम में श्री विठ्ठलेश सेवा समिति भव्य मेले और भंडारे का आयोजन किया जाता है, फिर से जुड़ी अन्य व्यवस्थाओं को भी देखा जाता है.
ऐसी मान्यता है कि कुबेरेश्वर धाम में मिलने वाले रूद्राक्ष को अगर आप पानी में डाल कर उस पानी को ग्रहण करते हैं, तो उससे आपकी समस्त बीमारियां और जीवन के सारे संकट दूर हो जाते हैं.
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कहा जाता है कि कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष महोत्सव के दौरान जो रुद्राक्ष बांटा जाता है, वह गंडकी नदी से आता है. जोकि बेहद पवित्र माना गया है.
इसके अलावा पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा को सुनने के लिए भी लोग कुबेरेश्वर धाम पहुंचते हैं, जिस कारण इस जगह का विशेष धार्मिक महत्व है.