Lal kitab ke upay: करियर और व्यापार में चाहिए तरक्की, तो आजमाएं लाल किताब के ये अचूक उपाय…
Lal kitab ke upay: प्रत्येक मनुष्य अपने जीवन में आने वाली चुनौतियों से लड़ता है. ऐसे में कभी कभार वह अपनी समस्याओं से लड़ते-लड़ते इतना परेशान हो जाता है, कि उसे आगे का रास्ता दिखाई नहीं पड़ता है.
साथ ही उसे ये समझ नहीं आता है कि अब उसे क्या करना चाहिए? इसी तरह से, यदि आपके भी करियर और व्यापार में आपको कई सारी परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं,
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तो आप लाल किताब में बताए गए निम्न उपायों को अपना सकते हैं, जिनसे आपको अपनी परेशानियों का तुरंत हल मिल जाता है.
लाल किताब में व्यक्ति के जीवन की सारी परेशानियों का हल मौजूद है, जिसको अपनाकर आप अपने जीवन में सुख, शांति और समृद्धि ला सकते हैं. तो चलिए जानते हैं क्या हैं वो अचूक उपाय…
लाल किताब के ये टोटके बदल देंगे आपका जीवन…
अगर आपके जीवन में आर्थिक संकट चल रहा है, तो आपको प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए. और अगर फिर भी लाभ ना मिले, तो आपको नित्य हनुमान जी के मंदिर में जाकर लाल रंग का चोला चढ़ाना चाहिए. इससे आर्थिक परेशानियों से राहत मिल जाती है.
अगर आपके घर में कोई सदस्य सदा बीमार रहता है, तो उसके ऊपर से पानी वाला नारियल करीब 21 बार घुमाकर किसी मंदिर में चढ़ा आएं. इससे व्यक्ति को बीमारियों से हमेशा के लिए निजात मिल जाती है.
अगर आपकी कुंडली में शनि विराजमान है, जोकि आपके कार्यों में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं. तो प्रत्येक शनिवार को कांसे की कटोरी में सरसों का तेल लें और उसमें सिक्का डालें. इसके बाद उसमें अपनी परछाई देखें. फिर ये कटोरी दान कर दें, इससे आपकी कुंडली में शनि दोष हमेशा के लिए दूर हो जाता है.
अगर आपके ऊपर भी कर्ज बढ़ गया है, तो हर दिन कौए को रोटी खिलाएं. साथ ही रात को सोते वक्त अपने पास जौ रखें. इससे आपको कर्ज से हमेशा के लिए राहत मिल जाएगी.
विवाह के मामले में यदि आपके काफी रुकावटें आ रही हैं, तो आपको तांबे के पात्र में पानी और शक्कर घोलकर पिएं, इससे आपको लाभ होगा. साथ ही आपके सारे काम पूरे हो जाएंगे.
करियर या व्यापार के मामले में आपको तरक्की नहीं मिल रही है, तो प्रतिदिन सूर्योदय के समय सूर्य को जल अर्पित करें, इस दौरान जल में शक्कर के दानें डालें. इससे आपको सारे कार्यों में सफलता मिलती है.
अगर लाख कोशिशों के बावजूद भी आपको अपने कार्यों में सफलता नहीं मिल रही है, तो हर शनिवार और मंगलवार को सुंदरकांड का पाठ करें.