comscore
Tuesday, March 21, 2023
- विज्ञापन -
HomeराशिफलMahashivratri Special: अपने ही माता-पिता के विवाह में सर्वप्रथम कैसे पूजे गए भगवान गणेश? जानें…

Mahashivratri Special: अपने ही माता-पिता के विवाह में सर्वप्रथम कैसे पूजे गए भगवान गणेश? जानें…

Published Date:

Mahashivratri Special: भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह के संदर्भ में महाशिवरात्रि का पर्व हर साल फाल्गुन महीने में मनाया जाता है. इस दिन विशेष तौर पर भगवान शिव ने माता पार्वती के साथ सात फेरे लिए थे. इसके साथ ही भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग का प्रदुर्भाव भी महाशिवरात्रि के दिन ही हुआ था, जिस कारण हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि का पर्व बेहद अहम माना गया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि महाशिवरात्रि पर भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह से पहले गणपति पूजन कैसे संभव हो सका?

जबकि भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र के रूप में भगवान गणेश ने जन्म लिया था. तो जन्म से पहले वह अपने माता पिता की विवाह के समय कैसे पूजे गए? इसको लेकर एक बेहद रोचक मान्यता है, जिसके बारे में आज हमारे इस लेख में जानेंगे. चलिए जानते हैं…

shiv parvati vivah
Image credit:- thevocalnewshindi

भगवान शिव और माता पार्वती के समय पूजे गए थे गणेश जी

मुनि अनुशासन गनपति हि पूजेहु शंभु भवानि।
कोउ सुनि संशय करै जनि सुर अनादि जिय जानि।

गोस्वामी तुलसीदास जी के उपरोक्त श्लोक से पता चलता है कि भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह के समय गणेश पूजन किया गया था, जैसा कि हिंदू धर्म में किसी भी शुभ काम की शुरुआत से पहले गणेश जी की आराधना की जाती है,

ठीक उसी प्रकार से माता पार्वती और भगवान शिव के विवाह के समय भी गणेश पूजन आयोजित किया गया था. भगवान गणेश जिनको अनादि गणपति के तौर पर वैदिक शास्त्रों में उल्लेखित किया गया है,

shivling
Image credit:- unsplash.com

वह असल में भगवान गणेश नहीं बल्कि अनादि गणपति और ब्रह्मणस्पति का अवतार है. जिन्हें माता जगदंबा ने अपने पुत्र के रूप में मांगा था, ऐसे में माता पार्वती को भगवान गणेश पुत्र के रूप में प्राप्त हुए थे.

अगर देखा जाए तो भगवान विष्णु जिस तरह से अनादि हैं, ठीक उसी तरह से विघ्नहर्ता गणेश जी भी अनादि देवता के तौर पर हिंदू धर्म में विख्यात है, ऐसे में अपने माता पिता की विवाह से पहले उनका पूजन उनके अनादि स्वरूप को दर्शाता है,

ये भी पढ़ें:- इन 3 कारणों से मनाया जाता है महाशिवरात्रि का त्योहार

जिसकी ना तो कोई जन्म का समय है और ना ही मरण का. ऐसे में कहा जा सकता है कि भगवान गणेश की किसी भी शुभ काम से पहले पूजा करने का प्रावधान काफी पुराना है.

Anshika Johari
Anshika Joharihttps://hindi.thevocalnews.com/
अंशिका जौहरी The Vocal News Hindi में बतौर Sub-Editor कार्यरत हैं. उनकी रुचि विशेषकर धर्म आधारित विषयों में है. अपने धार्मिक लेखन की शुरुआत उन्होंने Astrotalk और gurukul99 जैसी बेवसाइट्स के साथ की है. उन्होंने अपनी जर्नलिज्म की पढ़ाई इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी, बरेली से की है.
- विज्ञापन -

ताजा खबरें

अन्य सम्बंधित खबरें

Moto G32 ट्रिपल कैमरा सेटअप के साथ 22 मार्च को होगा लॉन्च, जानें क्या होगी कीमत

Moto G32: मोटोरोला अपना लेटेस्ट स्मार्टफोन 22 मार्च को...

अब बिना ATM Card के भी निकलवा सकेंगे पैसे, RBI ने अपनाई ये नई तकनीक

RBI ने बैंकों को बिना कार्ड के इस्तेमाल के...

Gold Price Update: सोना हुआ सस्ता, चांदी की चमक भी घटी! जानें कितने कम हुए 10 ग्राम गोल्ड के रेट्स

Gold Price Update:  अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुमूल्य धातुओं की...

Aaj ka rashifal: आज किस राशि पर बजरंगबली की होगी विशेष कृपा, जानिए अपनी राशि का हाल…

Aaj ka rashifal: ज्योतिष शास्त्र में व्यक्ति की ग्रह चाल के आधार...