Pahari bhajan: इन भजनों को सुनते ही दूर हो जाएंगी आपकी सारी मुश्किलें, जरूर सुनें…
Pahari bhajan: देवभूमि उत्तराखंड आरंभ से ही अपनी लोक संस्कृति और सभ्यता के लिए जानी जाती है. यहां भारतवर्ष के सबसे प्राचीन मंदिर और धार्मिक स्थल मौजूद है,
जहां दूर-दूर से लोग दर्शन के लिए आते हैं. उत्तराखंड की लोक संस्कृति के भी लाखों दीवाने हैं, ऐसे में यदि आप भी देवभूमि के लोक गीतों को सुनना चाहते हैं,
तो हमारे आज के इस लेख में हम आपके लिए पहाड़ी भजन लेकर आए हैं. जिनको सुनकर आपके जीवन में अवश्य ही सकारात्मक बदलाव आएगा.
यहां पढ़िए पहाड़ी भजन…
रामा की सीता शिव की गौरा,
कान्हा तेरी राधा बड़ी महाना,
मन लगीगे मेरो वृंदावन मां,
में भी आंदू कान्हा तेरी शरण माँ,
राम जी का बैल शिव कू भांग,
कान्हा तेरो माखन बड़ों महाना,
मन लगीगे मेरो वृंदावन मां,
में भी आंदू कान्हा तेरी शरण माँ,
मन लगीगे मेरो वृंदावन मां,
में भी आंदू कान्हा तेरी शरण मां,
रामा की रामायण शिव कू पुराणा,
कान्हा तेरी गीता बड़ी महाना,
मन लगीगे मेरो वृंदावन मां,
में भी आंदू कान्हा तेरी शरण माँ,
रामा की रामायण शिव कू पुराणा,
कान्हा तेरी गीता बड़ी महाना,
मन लगीगे मेरो वृंदावन मां,
में भी आंदू कान्हा तेरी शरण माँ,
रामा की अयोध्या शिव कू कैलाशा,
कान्हा तेरी मथुरा बड़ी महाना,
मन लगीगे मेरो वृंदावन मां,
में भी आंदू कान्हा तेरी शरण माँ,
राम कू धनूषा शिव कू डमरु,
कान्हा तेरी मुरली बड़ी महाना,
मन लगीगे मेरो वृंदावन मां,
में भी आंदू कान्हा तेरी शरण माँ
यशोदा मैया त्यर कनहैया बड़ो झगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा हमू दगडी।।
जमुना जी मे कूदी पड़ो, गिनुवा दगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा हमू दगडी।।
यशोदा मैया त्यर कन्हैया ….
जमुना जी मे लड़ी पड़ो ,कालिया दगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा हमू दगड़ी ।
गोपियों की मटकी फोड़ू ,दगाड़ियाँ दगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा हमरे दगड़ी।
यशोदा मैया त्यर कन्हया , बड़ो झगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा हमू दगड़ी।।
घ्यू , माखन चोरी दिछो, दगड़िया दगड़ी।
झन लगाए ,गोरु ग्वावा हमू दगड़ी।
मधुबन में नाची पड़ो ,राधा दगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा ,हमू दगड़ी।
यशोदा मैया त्यर कनहैया बड़ो झगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा हमू दगडी।।
गोकुल में लड़ी पड़ो , पूतना दगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा हमरे दगड़ी
यशोदा मैया त्यर कन्हया , बड़ो झगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा………
गोवर्धन में लड़ी पड़ो इन्द्र दगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा ,हमू दगड़ी।।
वृंदावन में मुरली बजु, गोरुके दगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा हमू दगड़ी।
यशोदा मैया त्यर कन्हया , बड़ो झगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा………
मथुरा जी मे लड़ी पड़ो कंस दगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा हमरे दगड़ी।।
यशोदा मैया त्यर कनहैया बड़ो झगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा हमू दगडी।।
बोलो भगवती मैया की जय ……
ऊँचा धुरा रुनया मैया तेरी जै जै हो।
तू दैणी है जाए , म्यार कुले की देवी हो।
तू दैणी है जाए , म्यार कुले की देवी हो।।
ऊँचा धुरा रुनया मैया तेरी जै जै हो।
मैया तेरी जै जै हो
मैया तेरी जै जै हो।।
तू भगवती , तू बाराही ,तू छे पूर्णागिरि माँ।
धारी देवी सुरकंडा तू ,तुई कुंजापुरी माँ।।
ऊँचा धुरा रुनया मैया तेरी जै जै हो।
तू दैणी है जाए , म्यार कुले की देवी हो।
आ ..आ .. हो..हो..
घर कुड़ी की पति रखछि सुणछि मैया घात।
घर कुड़ी की पति रखछि सुणछि मैया घात।
सौ सुखयार रख सबुके सुफल करछी काज।।
सौ सुखयार रख सबुके सुफल करछी काज।।
सुणछि मैया घात…..
सुफल करछी काज….
सुफल करछी काज….
तू गंगोत्री, तू यमुनोत्री , तुई चन्द्रबदनी माँ।
कामाख्या कसार देवी , तुई छै जयंती माँ।।
ऊँचा धुरा रुनया मैया तेरी जै जै हो।
तू दैणी है जाए , म्यार कुले की देवी हो।
आ. आ..आ….
ढोल दमुआ नगाड़ा, भाकर बाजी रया।
ढोल दमुआ नगाड़ा, भाकर बाजी रया।
तेरो डोलो छाजी रो मैया म्याल कौतिक लागी रया।।
तेरो डोलो छाजी रो मैया म्याल कौतिक लागी रया।।
भाकर बाजी रया….
म्याल कौतिक लागी रया….
म्याल कौतिक लागी रया….
तू महाकाली ,तू चंडिका ,तुई छै कोटगाड़ी माँ।
दुनागिरी संतला छै, तू नंदा सुनंदा माँ।।
ऊँचा धुरा रुनया मैया तेरी जै जै हो।
तू दैणी है जाए , म्यार कुले की देवी हो।
तू दैणी है जाए , म्यार कुले की देवी हो।।
आगहिल पाछिल आन बान , डोल छाजी रौ बीच मा।
आगहिल पाछिल आन बान , डोल छाजी रौ बीच मा।।
डोल भतेरा शक्ति तेरी हरछि सबुकी पीड़ माँ।
डोल भतेरा शक्ति तेरी हरछि सबुकी पीड़ माँ।
डोल छाजी रौ बीच मा…
हरछि सबुकी पीड़ माँ ….
तू झूमा धुरी ,तू मनसा माँ ,तू माता कनार।
फूल फूलनी होए माई आया त्यारा द्वार।।
ऊँचा धुरा रौनया मैया तेरी जय जय हो हो।
तू दैणी है जाए ……
देवी भगवती मैया
देवी भगवती मैया ,कोटगाड़ी की देवी मैया -2
दैण है जाए, दैण है जाए ….
त्यार दरवार आयु सुफल हाय्ये।
हो मैया ……..
देवी भगवती मैया ,कोटगाड़ी की देवी मैया -2
दैण है जाए, दैण है जाए।
त्यार दरवार आयु सुफल हाय्ये।
जय जय माँ
जय जय माँ
जय जय माँ
जय जय माँ
हे नौ बैन्यू की दुर्गा तेरी पूजा करुलो।
हे नौ बैन्यू की दुर्गा तेरी पूजा करुलो।
ढोल दमो ली बेर त्यारा द्वारा में उलो।।
ढोल दमो ली बेर त्यारा द्वारा में उलो।।
दी जलोला ,निशाण देवी
दी जलोला ,निशाण देवी
तवीके चडूलो , तवीके चडूलो।।
त्यार दरबार आयूँ सुफल है जाए।
है दनोउ को अत्याचार जब जब भै छो
है दनोउ को अत्याचार जब जब भै छो
तब तब ते मैया ले जन्म ल्योछो।
तब तब ते मैया ले जन्म ल्योछो।
महिषासुर शुम्भ नि शुम्भ ,
महिषासुर शुम्भ निशुम्भ वध करछो।
वध करछो…….
त्यार दरबार आयूँ सुफल हाय्ये…
जय माँ .. जय माँ …जय माँ ..
त्यार मैया भगतो की भीड़
त्यार मैया भगतो की भीड़ ।
हर मनेकी तू जानछे कै कसी पीड़
हर मनेकी तू जानछे कै कसी पीड़।।
दैण है जाए ईजा…..
दैण है जाए इजू……
विनीति सुनिए ।
त्यार दरबार आयूँ सुफल है जाए।
त्यार दरबार आयूँ सुफल है जाए।।
हो मैया ….
देवी भगवती मैया ,कोटगाड़ी की देवी मैया -2
दैण है जाए, दैण है जाए ….
त्यार दरवार आयु सुफल हाय्ये।
।।ॐ।।
यशोदा मैया त्यर कनहैया बड़ो झगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा हमू दगडी।।
जमुना जी मे कूदी पड़ो, गिनुवा दगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा हमू दगडी।।
यशोदा मैया त्यर कन्हैया ….
जमुना जी मे लड़ी पड़ो ,कालिया दगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा हमू दगड़ी ।
गोपियों की मटकी फोड़ू ,दगाड़ियाँ दगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा हमरे दगड़ी।
यशोदा मैया त्यर कन्हया , बड़ो झगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा हमू दगड़ी।।
घ्यू , माखन चोरी दिछो, दगड़िया दगड़ी।
झन लगाए ,गोरु ग्वावा हमू दगड़ी।
मधुबन में नाची पड़ो ,राधा दगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा ,हमू दगड़ी।
यशोदा मैया त्यर कनहैया बड़ो झगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा हमू दगडी।।
गोकुल में लड़ी पड़ो , पूतना दगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा हमरे दगड़ी
यशोदा मैया त्यर कन्हया , बड़ो झगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा………
गोवर्धन में लड़ी पड़ो इन्द्र दगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा ,हमू दगड़ी।।
वृंदावन में मुरली बजु, गोरुके दगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा हमू दगड़ी।
यशोदा मैया त्यर कन्हया , बड़ो झगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा………
मथुरा जी मे लड़ी पड़ो कंस दगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा हमरे दगड़ी।।
यशोदा मैया त्यर कनहैया बड़ो झगड़ी।
झन लगाए गोरु ग्वावा हमू दगडी।।