Ramayan: प्रभु श्री राम के कहने पर क्यों उनके प्रिय भाई लक्ष्मण ने ले ली थी जल समाधि? जानिए कारण…

 
Ramayan: प्रभु श्री राम के कहने पर क्यों उनके प्रिय भाई लक्ष्मण ने ले ली थी जल समाधि? जानिए कारण…

Ramayan: जैसा कि आप जानते हैं कि रामायण की कहानी भगवान श्री राम और सीता की कहानी है. जब त्रेतायुग में भगवान श्री राम, उनके भाई लक्ष्मण और माता सीता को 14 वर्षों का वनवास पर जाना पड़ा था.

तब लंका नरेश रावण ने माता सीता का हरण कर लिया था. जिसके बाद भगवान श्री राम ने हनुमान जी समेत अनेक योद्धाओं की मदद से रावण का वध करके माता सीता को बचाया था.

Ramayan: प्रभु श्री राम के कहने पर क्यों उनके प्रिय भाई लक्ष्मण ने ले ली थी जल समाधि? जानिए कारण…
Ramayan

और 14 वर्षों का वनवास पूर्ण करके वापिस अयोध्या नगरी लौटे थे. रामायण की इस कहानी से हर कोई परिचित है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भगवान श्री राम को एक बार अपने सबसे प्रिय भाई लक्ष्मण को मृत्यु दंड देना पड़ा था.

यदि नहीं, तो हमारे आज के इस लेख में हम आपको इसी कहानी के बारे में बताने वाले हैं. कि आखिर ऐसी क्या वजह रही कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम को लेना पड़ा इतना कठोर फैसला…

WhatsApp Group Join Now

तो ये कारण था जो भगवान श्री राम को देना पड़ा लक्ष्मण को मृत्यु दंड

https://www.youtube.com/watch?v=6f6SqNwGXiI

एक बार जब यमराज एक मुनि का वेश धारण करके प्रभु श्री राम से मिलने पहुंचे. तब उन्होंने भगवान श्री राम से कहा कि वे उनसे अकेले में कोई बात करना चाहते हैं,

और यदि इस दौरान कोई उनकी बातचीत में बाधा डालता है, तो प्रभु श्री राम उसे मृत्यु दंड दे देंगे. जिस पर भगवान श्री राम ने हामी भर दी.

ये भी पढ़े:- भगवान श्री राम के विवाह के कुछ सुने अनसुने किस्से

और अपने प्रिय भाई लक्ष्मण को आज्ञा दी कि वे द्वारपाल की भांति भवन के बाहर खड़े हो जाए. और किसी को भी अंदर आने की अनुमति ना दें, जब तक कि प्रभु श्री राम और मुनि जी की बातचीत समाप्त ना हो जाए.

अपने बड़े भाई की बात मानकर लक्ष्मण भवन के बाहर खड़े हो गए. और अंदर श्री राम और मुनि का वार्तालाप होने लगा. कहते हैं कि इसी दौरान ऋषि दुर्वासा वहां आ गए.

कहते हैं ऋषि दुर्वासा अगर क्रोधित हो जाए, तो कोई उनके श्राप से व्यक्ति को मुक्त नहीं करा सकता है. ऐसे में जब उन्होंने श्री राम से मिलने की बात लक्ष्मण से कही.

https://www.youtube.com/watch?v=D_SpsYP6HoA

तो लक्ष्मण ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया और थोड़ा इंतजार करने को कहा. जिस पर ऋषि दुर्वासा क्रोधित हो गए. और उन्होंने अयोध्या नगरी को भस्म करने की बात कह डाली.

जिस पर लक्ष्मण के आगे धर्म संकट आ गया. क्योंकि यदि वह अंदर गए तो उन्हें मृत्यु दंड मिलेगा और नहीं गए, तो ऋषि दुर्वासा अयोध्या नगरी को भस्म कर देंगे.

Ramayan: प्रभु श्री राम के कहने पर क्यों उनके प्रिय भाई लक्ष्मण ने ले ली थी जल समाधि? जानिए कारण…
Ramayan

ऐसे में लक्ष्मण ने बिना देर किए और अपने प्राणों की रक्षा किए बिना भवन में प्रवेश किया. और ऋषि दुर्वासा के आने का समाचार श्री राम को दे दिया.

लेकिन मुनि के वचन के चलते श्री राम को लक्ष्मण जी का त्याग पड़ना पड़ा और यही कारण है कि लक्ष्मण को अपने भाई की आज्ञा मानकर जल समाधि लेनी पड़ी.

Tags

Share this story