Sawan 2022: भूल से भी शिवजी पर ना चढ़ाएं ये चीज, वरना तबाह हो जाएगी जिंदगी!
Sawan 2020: सावन का महीना शिव जी को बेहद प्रिय है. इस महीने में शिव जी के भक्त शिव जी को खुश करने के लिए उनकी आराधना करते हैं. साथ ही शिव जी का आशीर्वाद पाने के लिए उन्हें बेलपत्र, धतूरा और भांग आदि अर्पित करते हैं. इतना ही नहीं, सावन के दिनों में पड़ने वाले सारे सोमवार शिव जी की भक्ति के लिए जाने जाते हैं. सावन में पड़ने वाले सभी सोमवार शिव जी को अत्यंत प्रिय हैं.
लेकिन क्या आप जानते हैं, शिवजी की पूजा करते समय अगर आप धोखे से भी यह चीज उन पर चढ़ा देते हैं, या अर्पित कर देते हैं. तो शिव जी आप से सदा के लिए रुष्ट हो सकते हैं. तो चलिए जानते हैं…
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क्या है वह चीज, जिसे चढ़ाने से क्रोधित हो सकते हैं भगवान शिव
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, माता तुलसी का नाम पूर्व जन्म में वृंदा था. जिनका विवाह जलंधर नाम के राक्षस से हुआ था. जलंधर जोकि भगवान शिव का ही अंश अवतार था. लेकिन अपने बुरे कर्मों के चलते उसे राक्षस योनि में जन्म मिला था. ऐसे में वह अपने इस जन्म में भी बुरे काम कर रहा था. जिससे उसकी पत्नी भी उससे काफी परेशान रहती थी, लेकिन पतिव्रता होने के चलते वह उससे कुछ ना कह पाती थी.
ऐसे में पालनहार भगवान विष्णु को जब जालंधर के कारनामों का पता लगा, तब उन्होंने वृंदा के पतिव्रता धर्म को तोड़ दिया. जिस पर क्रोधित होकर वृंदा ने विष्णु जी को शाप दिया कि वह पत्थर के हो जाएंगे. लेकिन जब भगवान विष्णु ने वृंदा को बताया कि, संपूर्ण संसार की रक्षा के लिए उन्होंने जलंधर के आतंक का अंत किया है. जिसके बाद के हाथों जलंधर की मौत हो गई.
उधर, भगवान विष्णु ने भी वृंदा को कलयुग में तुलसी माता का आशीर्वाद दिया. साथ ही उन्होंने कहा जो भी व्यक्ति तुम्हारी पूजा करेगा, उस पर सदैव मेरी कृपा बनी रहेगी. लेकिन वृंदा यानी माता तुलसी को जब ज्ञात हुआ कि भगवान शिव ने उनके पति के प्राण लिए हैं. तभी से शिवजी के पूजन में की पत्तियां नहीं चढ़ाई जाती हैं.
और यदि भूल से आप भगवान शिव की पूजा में तुलसी की पत्तियों का इस्तेमाल करते हैं, तो भगवान शिव जी आप से रुष्ट हो सकते हैं, और आपका जीवन संकटग्रस्त हो सकता है. ऐसी के अतिरिक्त भगवान शिव की पूजा में नारियल का पानी, कमल, लाल रंग के फूल, हल्दी आदि भी नहीं चढ़ाना चाहिए.आपके जीवन में अनिष्ट हो सकता है.