Shaniwar ka vrat: आज इन दोषों से पीड़ित व्यक्तियों को जरूर रखना चाहिए व्रत, मिलते हैं अनेकों लाभ…
Shaniwar ka vrat: शनिवार के दिन शनिदेव की उपासना का दिन है. आज के दिन हिंदू धर्म को मानने वाले लोग शनि देव की कृपा दृष्टि पाने के लिए विधि विधान से उनकी पूजा करते हैं.
शनिदेव जोकि न्याय प्रिय है, मान्यता है कि को भी भक्त शनिदेव की श्रद्धा पूर्वक पूजा करता है, वह उसे निश्चित ही फल देते हैं.
लेकिन हमारे आज की इस लेख में हम आपको बताएंगे कि शनिवार के दिन मुख्य रूप से किन लोगों को व्रत का पालन करना चाहिए. क्योंकि शनिवार का व्रत काफी फलदाई होता है.
और जिन लोगों की कुंडली में नीचे बताए गए दोष मौजूद होते हैं. उन्हें जरूर ही आज के दिन संपूर्ण भाव से शनिदेव के व्रत का पालन करना चाहिए.
इन लोगों को रखना चाहिए शनिवार के दिन व्रत…
इस साल करीब 30 सालों के अंतराल के बाद शनि देव कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे. जिस कारण कुंभ राशि के जातकों को शनिवार का व्रत अवश्य रखना चाहिए.
जिन लोगों की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या मौजूद है. उन लोगों को आज के दिन व्रत का विधि विधान से पालन करना चाहिए.
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अगर आपकी कुंडली में शनि कमजोर है या आपके जीवन में आर्थिक और मानसिक परेशानियां चल रही हैं, तो आज के दिन व्रत रखने से आपकी परेशानियों का हल हो सकता है.
अगर मुख्य तौर पर शनिवार के दिन ही आपको धन हानि, संपत्ति का नुकसान, लड़ाई झगड़ा या व्यापार में हानि होती है. तो आपको विशेष तौर पर हर शनिवार व्रत का पालन करना चाहिए.
व्यक्ति की कुंडली में अगर राहु केतु नीच स्थिति में है. तो शनि शनि देव की कृपा से आप उनकी कुदृष्टि से बच सकते हैं. ऐसे में इन लोगों को भी शनिवार के व्रत को रखने की सलाह दी जाती है.
शनिवार के दिन व्रत का लाभ…
शनिवार के दिन शनिदेव का व्रत रखने से आपके अधूरे काम पूरे होते हैं.
शनिवार के दिन व्रत रखने से व्यक्ति का मान सम्मान बढ़ता है, और उसे आर्थिक लाभ होता है.
आज के दिन व्रत रखने से व्यक्ति के भीतर किसी कठिन परेशानी या परिस्थिति में सही निर्णय लेने की क्षमता का विकास होता है.
शनिदेव का व्रत रखने से आपको करियर व्यापार में आर्थिक फायदा पहुंचता है.
आपकी कुंडली में मौजूद शनि दोष आज के दिन व्रत का विधि विधान से पालन करने पर दूर हो जाते हैं.
अगर आप अपने जीवन में सुख, समृद्धि और शांति चाहते हैं, तो आपको लगभग 7 शनिवार तक व्रत रखना चाहिए.
और अगर आप शुक्ल पक्ष के प्रथम शनिवार से व्रत का शुभारंभ करते हैं या श्रावण मास में शनिवार के व्रत रखना शुरू करते हैं. तो आपको उसका विशेष लाभ मिलता है.