Vishnu mandir: इस मंदिर में करें भगवान विष्णु के अब तक लिए सारे अवतारों के दर्शन, संवर जाएगा आपका भाग्य
Vishnu mandir: हिंदू धर्म में भगवान विष्णु (Lord vishnu) को जगत का पालनहार माना गया है. भगवान विष्णु जो संपूर्ण सृष्टि की पालना करते हैं, उन्होंने समय-समय पर धरती पर अनेक अवतार लिए. भगवान विष्णु ने धरती पर धर्म की स्थापना और अधर्म को मिटाने के लिए अब तक कई अवतार लिए हैं.
जिसमें श्री राम और भगवान श्री कृष्ण (shri krishna) का अवतार सबसे लोकप्रिय है. धार्मिक स्रोतों के मुताबिक, भगवान विष्णु ने अब तक 10 अवतार लिए हैं. वैसे तो आप भगवान विष्णु के अनेक मंदिरों में दर्शन के लिए गए होंगे.
आज हम आपको भगवान विष्णु के एक ऐसे मंदिर से रूबरू कराने वाले हैं, जहां भगवान विष्णु के 10 अवतार के आप आसानी से दर्शन कर सकेंगे. इतना ही नहीं, इस मंदिर में भगवान विष्णु (Lord vishnu) के अब तक लिए गए दसों अवतार का आप एक साथ दर्शन कर सकते हैं, तो चलिए जानते हैं...
भगवान विष्णु का अनोखा मंदिर
मध्य प्रदेश (Madhya pradesh) की राजधानी भोपाल में भगवान विष्णु का यह अति रहस्यमयी मंदिर मौजूद है, जोकि यहां से करीब 38 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्यारसपुर (Gyaraspur) में मौजूद है. वर्तमान समय में यह मंदिर काफी अच्छी अवस्था में तो नहीं है, लेकिन इस मंदिर के हिंडोला तोरण द्वार (hindola toran mandir) पर आप भगवान विष्णु के 10 अवतार का दर्शन कर सकते हैं.
भगवान विष्णु के इस चमत्कारी मंदिर को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने प्राचीन इतिहास का प्रतीक माना है. आधुनिक समय में इस मंदिर का केवल तोरण द्वार ही मौजूद है, जिसे इस मंदिर का प्रवेश द्वार कहते हैं. इस मंदिर के खंडहर और चार स्तंभ भगवान विष्णु के 10 अवतार को दर्शाते हैं.
ऐतिहासिक स्रोतों के मुताबिक यह स्मारक करीब नवीं और दसवीं शताब्दी से भी प्राचीन है. इस मंदिर की सीढ़ियों पर शंख बना हुआ है, जोकि इसकी भव्यता को दर्शाता है. भोपाल में स्थित भगवान विष्णु का यह मंदिर उनके दशावतारों को उल्लेखित करता है. इसके अलावा इस मंदिर के निर्माण में मौजूद पत्थरों पर स्थापत्य और शिल्प कला के अद्भुत प्रमाण देखने को मिलते हैं.
इस मंदिर की चारों दिशाओं में एक-एक स्तंभ मौजूद है और प्रत्येक स्तंभ में अलग-अलग दिशाओं पर भगवान विष्णु के समस्त अवतारों को उकेरा गया है. अक्सर यहां पर्यटक भगवान विष्णु के दशावतारों के दर्शन के लिए पहुंचते हैं.
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