12 साल की उम्र में शतरंज के ग्रैंडमास्टर बने भारतीय मूल के अभिमन्यु मिश्रा, तोड़े कई रिकॉर्ड्स

 
12 साल की उम्र में शतरंज के ग्रैंडमास्टर बने भारतीय मूल के अभिमन्यु मिश्रा, तोड़े कई रिकॉर्ड्स

भारतीय मूल के अमेरिकी शतरंज खिलाड़ी अभिमन्यु सबसे कम उम्र में ग्रैंडमास्टर बन गए हैं उन्होंने जीएम लियोन को हराकर इस खिताब पर कब्जा जमाया.

12 साल के अभिमन्यु अपनी इस जीत से काफी खुश नजर आए और उन्होंने कहा कि वह ग्रैडमास्टर बनकर काफी राहत महसूस कर रहे हैं.

तोड़ा 19 साल पुराना रिकॉर्ड

लियोन को हराकर अभिमन्यु मिश्रा ने ग्रैंडमास्टर सर्गेई कारजाकिन के 19 साल पुराने रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है.

2016 के विश्व चैम्पियन चैलेंजर करजाकिन ने 12 अगस्त 2002 को 12 साल और सात महीने की उम्र में ग्रैंडमास्टर का खिताब हासिल किया था.

https://twitter.com/kevingohwm/status/1410244774167076867?s=20

और कार्जकिन ने भी अभिमन्यु को भविष्य के लिए शुभकामनाएं देने में देर नहीं लगाई. उन्होंने कहा है कि एक बेहतरीन करियर के लिए ये अच्छी शुरुआत है. कार्जकिन ने कहा,

WhatsApp Group Join Now

विरोधियों की गलतियों का उठाया फायदा

ग्रैंड मास्टर बनने के बाद अपनी जीत पर अभिमन्यु ने कहा कि उन्हें विरोधी की गलतियों का फायदा मिला. उन्होंने कहा कि मुकाबला बेहद मुश्किल था. लेकिन आखिर में लियॉन से गलतियां हुईं, जिसका फायदा मुझे मिला. मैं अपनी उपलब्धि से बेहद खुश हूं.

संघर्षो से भरा रहा अब तक का सफर

अभिमन्यु ने कई महीने बुडापेस्ट, हंगरी में एक के बाद एक टूर्नामेंट खेलते हुए, खिताब और रिकॉर्ड का पीछा करते हुए गुजारे हैं.

उन्होंने अप्रैल में वेज़रकेपज़ो टूर्नामेंट और मई 2021 के पहले शनिवार टूर्नामेंट में अपने पहले और दूसरे जीएम मानदंड दोनों को स्कोर किया. दोनों राउंड-रॉबिन 10 खिलाड़ियों के स्कोरिंग मानदंडों स्थापित करने के लिए थे.

हालाँकि इस महीने अपने अंतिम प्रयास में अभिमन्यु को सफलता मिल ही गई.

ये भी पढ़ें: Tokyo Olympics, क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला तैराक बनी ‘माना पटेल’

Tags

Share this story