IND vs ENG: हेडिंग्ले में टीम इंडिया ने दर्ज किया शर्मनाक रिकॉर्ड, ऐसा करने के बाद कभी नहीं मिली है जीत
IND vs ENG: हेडिंग्ले में टीम इंडिया ने दर्ज किया शर्मनाक रिकॉर्ड, ऐसा करने के बाद कभी नहीं मिली है जीतभारत और इंग्लैंड के बीच लीड्स में तीसरा टेस्ट मैच खेला जा रहा है. हेडिंग्ले स्टेडियम में भारतीय बल्लेबाजी पहले दिन ताश के पत्तों की तरह बिखर गई. टॉस जीतने के बावजूद भारत की पहली पारी मात्र 78 रनों पर सिमट गई.
इसके साथ ही टीम इंडिया ने एक अनचाहा रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया. दरअसल भारत ने इंग्लैंड की धरती पर अपना तीसरा सबसे न्यूनतम स्कोर दर्ज किया. वही टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भी टीम इंडिया ने तीसरा सबसे कम स्कोर बनाया.
भारत ने इंग्लैंड में इससे पहले भी लचर बल्लेबाजी दिखाई है. साल 1974 में अजीत वाडेकर की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड में अबतक का सबसे कम स्कोर बनाया. तब लॉर्ड्स टेस्ट में भारतीय पारी मात्र 42 रनों पर सिमट गई थी. वही साल 1952 में विजय हजारे के नेतृत्व में भारतीय टीम मात्र 58 रन पर ऑल आउट हुई.
इस साल दर्ज किया दूसरा सबसे कम स्कोर
इसके अलावा विराट कोहली की कप्तानी में टीम दूसरी बार 100 से कम के स्कोर पर आउट हुई है. इससे पहले पिछले साल टीम ऑस्ट्रेलिया में सिर्फ 36 रन बनाकर सिमट गई थी. यह भारत का टेस्ट का सबसे न्यूनतम स्कोर भी है.
बता दें कि जब भी कोहली की कप्तानी में टीम 140 या उससे कम रन पर सिमटी है, भारत उस टेस्ट मैच को कभी भी जीत नहीं पाया है. ऐसे में हेडिंग्ले टेस्ट मैच में विजयी होने के लिए भारतीय टीम को करिश्माई प्रदर्शन करनी होगी.
सिर्फ 7 बार 180 या उससे अधिक रन बनाकर टीम ने जीता टेस्ट मैच
हालांकि, हेडिंग्ले में चौथी पारी में बल्लेबाजी करना आसान नहीं होता है. हेडिंग्ले का रिकॉर्ड इस बात की गवाही देता है. इस मैदान पर खेले गए 79 टेस्ट में सिर्फ 7 बार ऐसा हुआ है जब कोई टीम चौथी पारी में 180 या उससे अधिक रन बनाकर टेस्ट मैच जीती हो.
मेजबान इंग्लैंड ने ही 4 बार यह कारनामा किया है. इसमें बेन स्टोक्स द्वारा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज टेस्ट में किया गया कारनामा शामिल है. उस मैच में इंग्लैंड ने 362 के पहाड़ को 1 विकेट शेष रहते हासिल किया था.
इंग्लैंड के अलावा ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान और वेस्टइंडीज ने एक-एक बार यह मुकाम हासिल किया है. सबसे बड़ा 404 रन का लक्ष्य ऑस्ट्रेलिय ने इंग्लैंड के खिलाफ हासिल किया था. यह मुकाबला 1948 में खेला गया था.
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