Tokyo Olympics: फिल्म देख भारतीय महिला हॉकी टीम में जगा जीत का जज्बा, कोच ने कहा-आज जश्न मनाने का दिन
Tokyo Olympics: टोक्यो ओलंपिक में सोमवार (2 अगस्त) को भारतीय महिला हॉकी टीम ने इतिहास रच दिया. महिला टीम ने तीन बार की गोल्ड मेडलिस्ट ऑस्ट्रेलिया को क्वार्टर फाइनल में 1-0 से हरा दिया. इस जीत के साथ भारतीय महिला हॉकी टीम ने ओलम्पिक इतिहास में पहली बार सेमीफाइनल में जगह पक्की की. भारत की इस शानदार जीत से कोच जेयार्ड मरीने भी गदगद हैं. उनके मुताबिक खिलाड़ियों ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है और वे उसका जश्न मनाए.
एक रोमांचक क्वार्टर फाइनल मैच के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान मरीने ने कहा, "हमें एक-एक मैच के बाद देखना होगा कि आने वाले मुकाबलों में हम क्या सुधार कर सकते हैं. हमने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बहुत छोटी-छोटी बातों एवं रणनीतियों पर ध्यान दिया. यह सब मानसिकता का खेल है. और अभी एक सपने के सच होने जैसा है."
ऑस्ट्रलियाई टीम के द्वारा जवाबी गोल दागने के लिए किए गए आक्रमण पर भारतीय कोच ने कहा कि "गेम में पिछड़ने के बाद ऑस्ट्रलियाई टीम ने रणनीति बदली, और हमने उसे समायोजित किया. हमारा रक्षापंक्ति चौंकन्ना था और हमने शानदार बचाव किए."
'लड़कियों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जो उपलब्धि हासिल की उसका जश्न मनाएं'
मैच के अंतिम क्षणों में भारतीय महिलाओं ने ऑस्ट्रेलिया को दो पेनल्टी कॉर्नर के अवसर दिए थे. जब यह सवाल भारतीय कोच से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि "इस पर काम हो रहा है और हम ओलंपिक में बने हुए हैं. उन्होंने आगे कहा, यह भविष्य देखने का समय नहीं है, मैं चाहता हूं कि लड़कियों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जो उपलब्धि हासिल की उसका जश्न मनाएं, यही मेरा भारतीय हॉकी महिला टीम को संदेश है."
महिला टीम का सफ़र किसी फ़िल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं
वही भारतीय महिला हॉकी टीम का सेमीफाइनल तक का सफ़र किसी फिल्म की स्क्रिप्ट से कम नहीं रहा है. टीम अपने शुरुआत के तीनों मैच हार गई थी. फिर उसके बाद पलटवार करते हुए लगातार तीन मैच जीतकर अब सेमीफाइनल में पहुँच चुकी है. हालाँकि, इसमें कोच जेयार्ड मरीने का अहम योगदान था.
आयरलैंड के मैच से पहले भारतीय कोच ने दिखाई थी फिल्म
दरअसल कोच मरिने के मुताबिक आयरलैंड के खिलाफ पूल मैच से पहले उन्होंने भारतीय महिलाओं को एक फिल्म दिखाई. जिसने टीम के खिलाड़ियों को मनोवैज्ञानिक रूप से मजबूत किया. हालांकि उन्होंने इस फिल्म का नाम बताने से इनकार कर दिया.
अपने सपनों पर विश्वास करना जरूरी
उन्होंने आगे कहा कि खुद पर और अपने सपनों पर विश्वास करना जरूरी है. फिर यह आपके अतीत पर ध्यान केंद्रित करते हुए वास्तविकता में वापस जाने में मदद करती है. मुझे लगता है कि यही मुख्य चीज है और हमने यही किया.
'फिल्म ने मेरी और लड़कियों की मदद की'
उन्होंने आगे कहा, यदि आप हारते हैं, फिर भी आप विश्वास करना नहीं छोड़ते, यही बात मैंने लड़कियों से कही, सबसे महत्वपूर्ण होता है वर्तमान में जीना, मैंने उन्हें एक फिल्म दिखाई. मेरा मानना है कि उस फिल्म ने मेरी और लड़कियों की काफी मदद की. आयरलैंड के खिलाफ जीतने के बाद हम फिल्म के बारे में जिक्र करते रहे.
रानी रामपाल ने भी की फिल्म की तारीफ
भारतीय टीम की कप्तान रानी रामपाल ने भी कोच द्वारा दिखाए गए फिल्म की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि उस फिल्म ने वास्तव में हमारी मदद की, फिल्म ने हमें वर्तमान में बने रहने का हौसला दिया, जो आपके सामने है उसके बारे में सोचें अतीत के बारे में नहीं. रानी ने बताया कि आज कोच ने भी सिर्फ मैदान पर 60 मिनट के खेल पर ध्यान देने की बात कही.