Tokyo Olympics: मनिका बत्रा ने नेशनल कोच को किया मना, भारत लौटने पर हो सकती हैं कड़ी कार्रवाई
टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में टेबल टेनिस के महिला सिंगल्स के तीसरे राउंड में पहुंचकर इतिहास रचने वाली मनिका बत्रा (Manika Batra) की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
मनिका के देश लौटने के बाद उनसे टोक्यो ओलंपिक के दौरान नेशनल कोच सौम्यदीप रॉय (Soumyadeep Roy) की सेवाएं लेने से इनकार करने के मामले में सवाल-जवाब होंगे.
राष्ट्रीय कोच को किया इनकार
मनिका ने अपने निजी कोच को कोर्ट में प्रवेश की अनुमति नहीं दिए जाने के बाद टोक्यो ओलंपिक के पहले दौर के मैच में राष्ट्रीय कोच सौम्यदीप रॉय की सलाह लेने से इनकार कर दिया था.
हालांकि, वो तब ब्रिटेन की 94वीं रैंकिंग की खिलाड़ी टिन टिन हो से जीत गईं थीं. उन्होंने तीसरे राउंड में भी ऐसा ही किया था. लेकिन 10वीं सीड ऑस्ट्रिया की सोफिया पोलकानोवा से उन्हें शिकस्त झेलनी पड़ी.
हालांकि, मिक्स्ड डबल्स के मैच में जब वो अचंता शरत कमल के साथ उतरी थीं तो सौम्यदीप कोच कॉर्नर में खड़े दिखे थे.
मनिका की माँग रही अधूरी
मनिका ने टोक्यो में भारतीय दल के प्रमुख से अपने निजी कोच सन्मय परांजपे के लिए खेल के मैदान की अनुमति देने का अनुरोध किया था. लेकिन टीम के मैनेजर एमपी सिंह ने कहा कि उनकी यह मांग पूरी नहीं हुई थी.
अर्जुन अवार्डी हैं सौम्यदीप
सौम्यदीप रॉय 2006 राष्ट्रमंडल खेलों की टीम स्पर्धा के स्वर्ण पदक विजेता हैं. उन्हें अर्जुन पुरस्कार भी मिल चुका है. टोक्यो जाने वाली 4 सदस्यीय टीम के इकलौते कोच हैं.
TTFI कर सकता हैं कार्रवाई
टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया (टीटीएफआई ) ने मनिका बत्रा के टोक्यो ओलंपिक में अपने मैचों के दौरान राष्ट्रीय कोच सौम्यदीप रॉय की मदद नहीं लेने के फैसले को 'अनुशासनहीनता का कार्य' बताया है.
उन्होंने कहा कि जब कार्यकारी बोर्ड की बैठक होगी तो उन्हें (मनिका बत्रा) निश्चित रूप से कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता हैं.
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