Tokyo Olympics: मीराबाई चानू को गोल्ड मेडल से नवाजा जा सकता है, जानें कैसे
Tokyo Olympics: टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीतकर देश को गौरवान्वित कर चुकी भारतीय वेटलिफ्टर मीराबाई चानू को गोल्ड मेडल मिल सकता है. वेटलिफ्टिंग में 49 किग्रा महिला वर्ग में स्वर्ण पदक विजेता चीन की झिहुई होऊ से गोल्ड वापस लिया जा सकता है.
दरअसल, झिहूई का डोपिंग रोधी अधिकारीयों के द्वारा टेस्ट किया जाएगा. अधिकारीयों ने उन्हें वही रुकने को कहा है. यदि वह इस टेस्ट में विफल रहती हैं तो भारत की मीराबाई चानू के रजत पदक के रंग को गोल्ड में बदल दिया जाएगा.
बता दें कि मीराबाई ने 49 किग्रा स्पर्धा में 202 किग्रा का संयुक्त वजन उठाकर रजत पदक जीता था. वह गोल्ड मेडल विजेता चीन की झिहुई से सिर्फ 8 किग्रा वजन उठाने से पीछे रह गई थी. शनिवार को चीनी वेटलिफ्टर ने 210 किग्रा उठाकर एक नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया था.
ANI से मिली जानकारी
सामचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए घटनाक्रम से जुड़े एक सूत्र के हवाले से बताया गया कि होऊ फ़िलहाल टोक्यो में ही रहेंगी और उनका डोप टेस्ट जरुर किया जाएगा.
Tokyo Olympics: Weightlifter Hou to be tested by anti-doping authorities, silver medallist Chanu stands chance to get medal upgrade
— ANI Digital (@ani_digital) July 26, 2021
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नियमों के अनुसार अगर कोई एथलीट डोपिंग टेस्ट में फेल होता है तो उसका मेडल मान्य नहीं माना जाता है. ये तीनों स्थान पर रहने वाले एथलीट के लिए लागू होता है. अगर कोई स्वर्ण जीत चूका/चुकी एथलीट डोपिंग जाँच में फेल हुआ तो सिल्वर जीतने वाले खिलाड़ी को गोल्ड से नवाजा जाता है.
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