WTC final: न्यूज़ीलैंड से मिली करारी हार ने उजागर की कप्तान कोहली की 6 बड़ी गलतियां, भारत ने भुगता खामियाजा

 

भारत और न्यूजीलैंड (India vs New Zealand) के बीच आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल (ICC World Test Championship Final) मुकाबले में केन विलियमसन की आर्मी ने बाजी मार ली और फिर विराट कोहली की सेना को एक बड़े खिताब से हाथ धोना पड़ा.

फाइनल में मिली करारी हार ने टीम इंडिया के द्वारा की गयी कई प्रकार की गलतियों को चारों ओर से उजागर कर दिया है.

वैसे तो भारतीय दल की शुरुआत ही बुरी हुई थी क्योकि टॉस हारने के बाद न्यूज़ीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने टीम इंडिया को बल्लेबाजी के लिए बुलाया था.

और साउथम्पटन की पिच पर पहले बैटिंग करना बहुत ही मुश्किल का काम था और भारत को इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ा.

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कप्तानी रही कमजोर

विराट कोहली ने भले ही टीम इंडिया को आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचाया, लेकिन अहम मुकाबले में उनकी नाकामी फिर दुनिया के सामने आ गई.

वो कीवी टीम के खिलाफ सटीक रणनीति बनाने में नाकाम रहे और उनकी कप्तानी में भारत का आईसीसी ट्रॉफी जीतना का ख्वाब महज ख्वाब ही रह गया.

फ्लॉप रहे सभी भारतीय बल्लेबाज

पहली और दूसरी दोनों पारियों में टीम इंडिया (Team India) के बल्लेबाजों ने कीवी बॉलर्स के आगे घुटने टेक दिए. कोई भी भारतीय बल्लेबाज हाफ सेंचुरी भी नहीं लगा पाया.

बुमराह का बॉक्स रहा खाली

जसप्रीत बुमराह का नाकाम होना टीम इंडिया को नुकसान पहुंचा गया. पहली पारी में बुमराह की झोली खाली रही वहीं दूसरी पारी में भी उनका जादू जरा भी नहीं चला. इस तरह मैच के दौरान विकेट से उनका बॉक्स खाली रहा.

पुजारा ने बढ़ाया खतरा

न्यूजीलैंड की दूसरी पारी के दौरान चेतेश्वर पुजारा की मिसफील्डिंग भारत को भारी पड़ गई. दरअसल इस मैच के एक बेहद अहम वक्त पर पुजारा ने टेलर का कैच टपका दिया, जिसके बाद ये टीम इंडिया की हार का एक बहुत बड़ी वजह बना.

31 वें ओवर के दौरान जसप्रीत बुमराह की एक गेंद को टेलर ने रोकने की कोशिश की और किनारा लग कर गेंद सीधी पुजारा के पास गई. लेकिन पुजारा के हाथ से गेंद छिटक गई और टेलर आउट होने से बच गए

कीवियों ने उठाया मौके का फायदा

पहली पारी में न्यूजीलैंड ने 249 रन बनाए जिसके आधार पर उसे 32 रन की लीड मिली. भले ये आंकड़ा दिखने में छोटा लगे लेकिन लो स्कोरिंग मैच में इसकी अहमियत काफी बढ़ गई.

कीवी टीम को इस बढ़त का फायदा हुआ, उन्हें जीत के लिए महज 139 रन का टारगेट मिला, जिसे उसने महज 2 विकेट खोकर पूरा कर लिया.

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