BREAKING: पाकिस्तान के पास अर्थव्यवस्था चलाने के लिए पैसे नहीं हैं
जब किसी देश का प्रधानमंत्री ही बोल बैठे कि मुल्क चलाने के लिए पैसे नहीं हैं। तो आप देश की आवाम की हालत समझ ही सकते हैं। मंगलवार यानी 23 नवंबर को इस्लामाबाद के एक समारोह में पाकिस्तान के प्राइम मिनिस्टर ने कहा कि जिस तरह किसी घर में आमदनी कम हो और खर्चे ज़्यादा हों तो वो घर मुश्किल में पड़ा रहता है, इस वक्त इस मुल्क का भी वही हाल है।
आगे इमरान ख़ान अपने भाषण के दौरान कहते हैं कि, ''हमारी सबसे बड़ी समस्या यह है कि अपने मुल्क को चलाने के लिए उतना पैसा नहीं है। इसकी वजह से हम क़र्ज़ लेते हैं।''
भविष्य के लिए बचत और निवेश के मामले में पाकिस्तान पीछे छूटता जा रहा है। सबसे अहम बात है पाकिस्तान में टैक्स संस्कृति का खात्मा। मैंने भी इस विषय पर चिंतन किया कि आख़िर पाकिस्तान में टैक्स देने की संस्कृति क्यों नहीं है।, आगे प्राइम मिनिस्टर इमरान खान कहते हैं।
हालांकि इसी साल के फ़रवरी महीने में इमरान ख़ान ने दावा किया था कि उनके अपने ढाई साल के शासन की अवधि में पाकिस्तान ने 20 अरब डॉलर का विदेशी कर्ज़ अदा किया है, जो एक रिकॉर्ड है मतलब पाकिस्तान में अब तक इतना विदेशी क़र्ज़ों नहीं तोड़ा गया है।