जानिए ओमिक्रॉन से क्यों खौफ में दुनिया, भारत की स्थिति कैसी?
नवम्बर के पहले हफ़्ते में साउथ अफ़्रीका में पहले हफ़्ते में 150 केस प्रतिदिन सामने आ रहे थे और कल वहाँ 16000 केस सामने आए हैं…हालाँकि अभी मरने वालों की संख्या नहीं बढ़ी है। इससे नए वेरीयंट की फ़टैलिटी के बारे में अभी ठीक अंदाज़ा नहीं लगाया जा सकता क्यूँकि उसके लिए कम से कम तीन हफ़्ते के बाद ही कोई तय अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
अभी लेकिन सबसे डराने वाली बात ये है कि वहाँ बच्चे भी बड़ी संख्या में इन्फ़ेक्ट हो रहे हैं, जो पहले नहीं हो रहे थे, ऐसे में वापस से उसी स्तर की सावधानी बरतनी शुरू कर देनी पड़ेगी। सरकारी घोषणा का इंतेज़ार मत करिए, फिर वापस से अपने मास्क पहनना शुरू कर दीजिए और सेनेटाइज़र की बॉटल को रीफ़िल करवा लीजिए।
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक 38 देश में पहुंच चुका कोरोनावायरस अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में अब लोकल ट्रांसमिशन वाले केस भी मिलने लगे हैं। हालांकि WHO ने कहा कि अब तक इस स्ट्रेन से किसी की मौत नहीं हुई है।
भारत में अभी तक ओमिक्रोन के तीन कन्फर्म केस के साथ कई संदिग्ध मरीज हैं जिनकी जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट अब तक नहीं आई है। देश में कई जिलों में 700 प्रतिशत तक कोरोना के मामले हाल के दिनों में बढ़े हैं। वहीं राजधानी दिल्ली में ऐसे 12 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं।