Vinod Mehra Death Anniversary: तीन शादियां होने के बावजूद भी क्यों हमेशा प्यार को तरसे थे विनोद मेहरा, आइये जानते है उनके कुछ किस्से
Vinod Mehra Death Anniversary: हमारे हिंदी सिनेमा में कई ऐसे दिग्गज अभिनेता हुए हैं, जिन्होंने अपने अभिनय से सिनेमा जगत को अर्श से ऊपर तक पहुंचाया, उनमें से एक हैं विनोद मेहरा। भले ही वह आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन हिंदी सिनेमा में उन्होंने जो योगदान दिया है, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। विनोद मेहरा को उनकी प्रोफेशनल लाइफ ने बहुत कुछ दिया, लेकिन निजी जिंदगी में उन्हें कभी खुशी नहीं मिल पाई। तीन शादियों और कई अफेयर्स के बाद भी विनोद मेहरा हमेशा अकेले रहे।
विनोद मेहरा ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत बाल कलाकार के रूप में फिल्म 'रागिनी' से की थी. इस फिल्म में उन्होंने किशोर कुमार के बचपन का किरदार निभाया था. इसके अलावा उन्होंने चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर कई फिल्मों में काम किया, लेकिन लीड रोल के तौर पर उन्होंने 1971 में आई फिल्म 'एक थी रीता' में काम किया, जो काफी हिट रही। इसके बाद विनोद मेहरा ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और 'परदे के पीछे', 'लाल पत्थर', 'अमर प्रेम', 'अनुराग', 'रानी मेरा नाम', 'बीस साल पहले', 'बंदगी', 'अर्जुन' जैसी फिल्में कीं। पंडित'. 'दो खिलाड़ी' जैसी कई फिल्मों में काम किया। ये विनोद मेहरा की वो फिल्में थीं, जिन्होंने उन्हें हिंदी इंडस्ट्री में खास पहचान दिलाई।
गुपचुप तरीके से हुई थी शादी
विनोद मेहरा को प्रोफेशनल लाइफ में जितनी प्रसिद्धि मिली, उतनी ही उनकी पर्सनल लाइफ भी काफी चर्चा में रही। रिपोर्ट्स के मुताबिक, विनोद मेहरा और रेखा ने गुपचुप तरीके से शादी कर ली थी। दोनों की शादीशुदा जिंदगी करीब दो महीने ही चली। साल 1973 में इस जोड़ी की खबरें आए दिन मीडिया में सुर्खियां बनती थीं। कभी अफेयर तो कभी शादी की खबरें आए दिन छपती रहती थीं। ऐसा भी दावा किया जाता है कि विनोद मेहरा की मां को रेखा पसंद नहीं थीं. इस वजह से विनोद मेहरा और रेखा के बीच रिश्ते खराब हो गए. हालांकि बाद में रेखा ने विनोद मेहरा से शादी की बात से साफ इनकार कर दिया था।
तीन बार की थी शादी
अगर रेखा और विनोद मेहरा की शादी को छोड़ भी दिया जाए तो विनोद मेहरा ने तीन शादियां की थीं. विनोद की पहली शादी उनकी मां ने साल 1974 में मीना से कराई थी, लेकिन ये रिश्ता नहीं चल सका और साल 1978 में दोनों का तलाक हो गया। इसके बाद विनोद का अफेयर बिंदिया गोस्वामी से चला। शादीशुदा विनोद ने बिंदिया के साथ घर बसा लिया। हालांकि ये शादी भी ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाई. इसके बाद विनोद मेहरा की जिंदगी में किरण नाम की लड़की आई। अपनी चौथी शादी के बाद विनोद मेहरा ने जिंदगी को अपनाने की कोशिश की. किरण और विनोद मेहरा की शादी 1987 में हुई। दोनों के दो बच्चे भी हुए। अभिनेता की जिंदगी अभी पटरी पर लौट ही रही थी कि 30 अक्टूबर 1990 को महज 45 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई।