प्रियंका गांधी वाड्रा के गोवा पहुँचते ही लग गई इस्तीफो की झड़ी, जाने वजह
कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा इस समय मुश्किल में फँसती नजर आ रही हैं। मिसेज वाड्रा को फिलहाल उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी हुई हैं। कांग्रेस की मुश्किलें खत्म होने के नाम नहीं ले रहीं। एक तरफ कांग्रेस उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को जीरो देने की भविष्यवाणी कर चुकी हैं वहीं दूसरे चुनावी राज्य पंजाब में नवजोत सिद्धू कांग्रेस आला-कमान के लिय सरदर्द बने हुए हैं। सिद्धू की बेलगामी से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी परेशान हैं।वही उत्तराखंड में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के तेवर परेशानी में डालने वाले हैं।
तो वहीं गोवा में प्रियंका के दौरे से पहले नेताओं ने यह कहकर इस्तीफों की झड़ी लगा दी कि पार्टी चुनावों को लेकर गंभीर नहीं है। कांग्रेस के लिए यह करारा झटका हैं। गोवा में शुक्रवार को पोरवोरिम विधानसभा सीट के कई नेताओं ने इस्तीफे दे दिए हैं। इस्तीफे प्रियंका गांधी के दौरे से पहले हुए। इन नेताओं का कहना है कि कांग्रेस राज्य में विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर गंभीर नहीं दिख रही है। कुछ नेताओं के बर्ताव से ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस चुनाव लड़ने को लेकर गंभीर नहीं है।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य गुपेश नायत ने कहा कि कांग्रेस राज्य में चुनाव को लेकर गंभीर नहीं दिख रही है। अब तक उसने अपनी कोई तैयारी भी शुरू नहीं की है। गोवा में दो लोकसभा सीट हैं, जिसमें से दक्षिणी गोवा में कांग्रेस पार्टी का सांसद हैं। इस्तीफा देने वाले नेताओं का गुट निर्दलीय विधायक रोहन खौंटे को समर्थन कर रहा है। दक्षिण गोवा के सीनियर नेता मोरेनो रेबेलो ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है।
रेबेलो ने कहा कि वह मौजूदा विधायक एलेक्सियो रेगिनाल्डो को एक बार फिर से टिकट दिए जाने से निराश हैं।उन्होंने कहा कि वह पार्टी के खिलाफ काम करते रहे हैं और उसके बाद भी कर्टोरिम सीट से उन्हें टिकट दिए जाने से वह नाराज हैं। उन्होंने कहा कि विधायक ने बीते साढ़े चार सालों में पार्टी के किसी आयोजन में हिस्सा नहीं लिया है। हमेशा पार्टी के नेताओं के खिलाफ बोलते रहे हैं। रेबेलो ने गोवा प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष गिरीश चोडनकर को लिखे खत में अपनी यह परेशानी व्यक्त की है।
पिछले दिनों ही कांग्रेस के नेता रहे पूर्व सीएम लुईजिन्हो फलेरियो ने कई नेताओं के साथ टीएमसी का दामन थाम लिया था। इसके अलावा आम आदमी पार्टी भी लगातार ताल ठोक रही है। ऐसे में कांग्रेस के लिए गोवा में मुश्किल खड़ी हो गई हैं। एक तरफ भाजपा संगठित नजर आ रही है तो वहीं कांग्रेस आपसी कलह से परेशान है। सेक्युलर विचारधारा से जुड़ी कुछ अन्य पार्टियों की सक्रियता ने भी उसे परेशान किया है।
उधर, गोवा फॉरवर्ड पार्टी के साथ कांग्रेस के गठबंधन को लेकर सूबे के प्रभारी पी. चिदंबरम ने कहा है कि उन्होंने केवल समर्थन देने की बात की है। चिदंबरम ने फॉरवर्ड पार्टी को गठबंधन साथी मानने से इन्कार किया। दूसरी तरफ कांग्रेस नेता दिनेश गुंडु राव ने फॉरवर्ड पार्टी के चीफ विजय सरदेसाई और गोवा कांग्रेस अध्यध के बीच मीटिंग कराने का दावा किया है। चिदंबरम के बयान के कुछ क्षणों बाद उन्होंने ये ट्वीट किया।
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