Stale chapati dough: क्यों नहीं बनानी चाहिए रात भर फ्रिज में रखे आटे की रोटियां?
नई दिल्ली: भाग-दौड़ भरी शहरी लाइफ में अक्सर सुबह समय बचाने के लिए हम रात में ही आटा गूँथ कर फ्रिज में (Stale chapati dough) रख देते हैं ताकि सुबह उठकर झट-पट रोटियां बना लें। लेकिन आपको बता दें कि बासी आटे की रोटियां खाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।
फर्मेंटेशन प्रोसेस
गीले आटे में फेरमेंटशन की प्रक्रिया जल्दी शुरू हो जाती है जिसकी वजह से इसमें कई तरह के बैक्टीरिया और नुकसानदायक चेमिकल्स जन्म ले लेते हैं जोकि हमारी सेहत के लिए हानिकारक होते हैं। इसलिए इस आटे से बनी रोटियां खाने से पेट की समस्या हो सकती हैं।
पेट में दर्द
बासी आटे (Stale chapati dough) की रोटियां वही नुक्सान देती हैं जो बासी रोटियां खाने से होते हैं। इससे पेट में दर्द होना एक सामान्य समस्या है।
कब्ज़
गेहूं के आटे को पेट में जाकर डाइजेस्ट होने में काफी समय लगता है। यही कारन है की कब्ज़ के मरीज़ों को अक्सर रोटियां ना खाने की सलाह दी जाती है। बासी आटे की रोटियां खाने से कब्ज़ की समस्या हो सकती है।
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क्या कहते हैं शास्त्र?
शास्त्रों के अनुसार, बासी आटे की रोटी (Stale chapati dough) नहीं खानी चाहिए क्यूंकि यह आता पिंड के सामान होता है जो नकारात्मक शक्तियों को जन्म देता है। शास्त्रों में यह भी कहा गया है कि बासी भोजन भूत का भोजन होता है इसलिए भूत-प्रेत इसके भक्षण को घर में प्रवेश करना शुरू कर देते हैं। जिन परिवारों में बासी आटे का इस्तेमाल होता है वहां अक्सर हर कोई बीमार रहता है।
क्या कहते हैं वैज्ञानिक?
विज्ञान का भी कहना है कि बासी आटे कि रोटियां नहीं कहानी चाहिए। वैज्ञानिकों के अनुसार आटा गूंधने के तुरंत बाद उसका इस्तेमाल जल्द से जल्द कर लेना चाहिए। उनका कहना है कि आटा गूंधने के एक घंटे बाद ही उसमे रासायनिक बदलाव होने लगते हैं जो सेहत को नुक्सान पहुंचाते हैं।
Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी जेनेरिक इनफार्मेशन पर आधारित है. स्वास्थ्य संमंधी समस्याओं के लिए अपने डॉक्टर की सलाह लें. The Vocal News Hindi इस जानकारी की ज़िम्मेदारी नहीं लेता है.
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