Ganeshotsav Celebration: इस बार घर पर ही बनाए बप्पा की इको फ्रेंडली मूर्ति, पर्यावरण के साथ गणपति भी करेंगे आपकी रक्षा
Ganeshotsav Celebration: हर साल गणेश चतुर्थी का त्योहार बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. हिंदू धर्म में वैसे तो कई तरह के त्योहार मनाए जाते हैं, जिनमें से गणेश चतुर्थी का त्योहार एक है. गणेश चतुर्थी का त्योहार हर साल भादो महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है. जिसे सबसे ज्यादा मुंबई महाराष्ट्र के लोग मनाते हैं. गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की विधि विधान से आराधना की जाती है, और गणेश चतुर्थी का यह पर्व करीब 10 दिनों तक चलता है.
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गणेश चतुर्थी वाले दिन गणेश जी के भक्त अपने घरों में जी गणेश की मूर्तियां लेकर आते हैं, ऐसे में पिछले कई सालों से इको फ्रेंडली गणपति जी के मूर्तियों का विशेष चलन रहा है. ऐसे में हमारे आज के इस लेख में हम आपको बप्पा की इको फ्रेंडली मूर्ति कैसे बनाएं? इसका आसान सा तरीका बताने वाले हैं. साथ ही गणपति बप्पा की मूर्ति घर पर बनाने से जहां एक और गणपति आपके जीवन की रक्षा करते हैं, तो वहीं दूसरी ओर पर्यावरण भी सुरक्षित रहता है. तो चलिए जानते हैं…
बप्पा की इको फ्रेंडली मूर्ति बनाने का ये है तरीका
बप्पा की इको फ्रेंडली मूर्ति बनाने के लिए चिकनी मिट्टी को पानी मिलाकर अच्छे से गूथ लें. उसके बाद उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में बांट लें.
एक टुकड़ा लेकर उसे चपटा करें और उसमें मूर्ति की डिजाइन बनाएं. आप मूर्ति को किनारों से चिकना करने के लिए स्केल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं.
उसके बाद धड़ बनाने के लिए चिकनी मिट्टी को गोल-गोल करें. साथ में शरीर और धड़ को जोड़ने के लिए फेवीकोल लगाएं.
इसके बाद मूर्ति के हाथ पैर और सुंड बनाने के लिए चार लंबे-लंबे रोल बनाएं, फिर उसे मूर्ति के शरीर पर चिपका दें.
मूर्ति की हाथ और उंगलियां आदि बनाएं, उसके बाद आप गणपति जी के आंख, नाक, कान भी बना सकती हैं. आप चिकनी मिट्टी को गोल गोल करके उसको यह सब बनाने में प्रयोग में ला सकते हैं.