Ganpati special: क्यों की जाती है घरों में गणेश जी की स्थापना? क्या है इसका महाभारत से संबंध, जानिए
Ganpati special: जैसा कि विदित है कि महाभारत की रचना महर्षि वेदव्यास ने की थी. लेकिन महाभारत को सरल भाषा में लिखने का कार्य गणेश जी ने किया था.
महर्षि वेदव्यास ने महाभारत लिखने के लिए गणेश जी की विशेष आराधना की थी. जिसके बाद ही गणेश जी महाभारत लिखने के लिए राजी हुए थे.
प्रचलित है कि गणेश जी ने अपने एक दांत को तोड़कर उससे महाभारत लिखी थी. जिस कारण गणेश जी एकदंत कहलाए. इतना ही नहीं, हिंदू धर्म में गणेश जी को प्रथम देव के तौर पर पूजा जाता है.
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और किसी भी शुभ काम की शुरुआत से पहले गणेश जी की मूर्ति स्थापना की जाती है. जिसका संबंध भी महाभारत काल से है.
ऐसे में हमारे आज के इस लेख में हम आपको यही बताने वाले हैं, कि आखिर क्यों गणेश जी की मूर्ति स्थापना की जाती है. तो चलिए जानते हैं क्या है इसके पीछे का कारण.
गणेश जी की मूर्ति स्थापना के पीछे ये है मान्यता
जब गणेश जी महाभारत लिख रहे थे, तब वह सच्ची निष्ठा और श्रद्धा के साथ अपने कार्य में लगे हुए थे. इस दौरान उन्होंने ना दिन देखा और ना रात.
महाभारत लिखने के दौरान अगर गणेश जी को थकान भी होती थी, तब भी वह पानी नहीं पी सकते थे. ऐसे में गणेश जी के शरीर का तापमान ना बढ़ने पाए,
इसके लिए महर्षि वेदव्यास गणपति जी के शरीर पर मिट्टी का लेप लगाते थे. लेकिन फिर भी गणपति जी के शरीर का तापमान रुक नहीं रहा था.
ऐसे में महर्षि वेदव्यास ने गणपति जी के शरीर पर मिट्टी का लेपन किया, जिससे उनका शरीर अकड़ गया. ऐसे में वेदव्यास जी ने उनको पानी में डाल दिया.
इस दौरान वेदव्यास जी उनको खाने पीने के लिए भी कई सारा अन्न दिया करते थे. कहते हैं तभी से गणपति जी की मूर्ति स्थापना की प्रथा चली आ रही है. और तभी से गणेश जी को प्रथम देव के तौर पर पूजा जाता है.