Kharmas 2022: खरमास के दिनों में भूल से भी ना करें ये काम, वरना देवी-देवता आपसे हो जाएंगे नाराज
Kharmas 2022: कल यानी 16 दिसंबर से खरमास के दिन शुरू होने वाले हैं. हिंदू धर्म में खरमास के दिनों को बेहद अशुभ माना जाता है और इस दिन के बाद से कोई भी मंगल काम नहीं किए जाते हैं.
खरमास के दिनों में मुख्य तौर पर सूर्य देव की उपासना की जाती है, और खरमास के दिन मकर सक्रांति आते ही समाप्त हो जाते हैं. खरमास के दिन ज्योतिषशास्त्र की वह दशा होती है, जिसमें सूर्य धनु और मीन राशि में विचरण करने लगता है,
तब उसे खरमास के दिन कहे जाते हैं. और फिर जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है, तब खरमास के दिन समाप्त हो जाते हैं. हमारे आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आपको खरमास के दिनों में किन कामों को करने से बचना चाहिए? ताकि आपके जीवन में इसका नकारात्मक प्रभाव देखने को ना मिले. चलिए जानते हैं…
खरमास के दिनों में किन कामों को नहीं करना चाहिए और क्या करें?
खरमास के दिन हिंदू धर्म में बेहद बुरे माने जाते हैं. ऐसे में इन दिनों आपको शादी, विवाह, मुंडन जैसे कोई भी मंगल काम नहीं करने चाहिए. इन दिनों के बाद से अब सारे अच्छे काम सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के पश्चात यानी कि मकर संक्रांति के दिन से होंगे.
खरमास के दिनों में आपको भवन के निर्माण से जुड़ा कोई भी काम नहीं कराना चाहिए, माना जाता है यदि आप खरमास के दिनों में घर के निर्माण या घर की मरम्मत से जुड़े कोई काम कराते हैं,
तो उन दिनों सूर्य की रोशनी आपके मकान तक नहीं पहुंच पाती, जिस कारण सूर्य की दुर्बलता से आपके मकान पर इसका वास्तु दोष देखने को मिलता है.
इन दिनों बच्चों के जन्म के दौरान आपको उनका मुंडन, कन छेदन या किसी भी प्रकार के संस्कार आदि करने से बचना चाहिए. खरमास के दिनों में बच्चों के जन्म के उपरांत किए जाने वाले किसी भी काम को करने से बच्चे की सेहत पर इसका विपरीत प्रभाव देखने को मिलता है.
खरमास के दिनों में आपको बेवजह लड़ाई झगड़ा करने से बचना चाहिए, साथ ही आपको अपने काम में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता रहती है.
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इस प्रकार खरमास के दिनों और सूर्य भगवान दोनों का ही विशेष संबंध है. खरमास के दिनों में यदि आप सूर्य भगवान को प्रसन्न करने हेतु युक्तियां करते हैं, तो आपके जीवन में अवश्य ही सूर्य भगवान की कृपा दृष्टि बनी रहती है. अन्यथा खरमास के दिनों में सूर्य की दुर्बलता के चलते आपके जीवन पर भी इसका नकारात्मक असर देखने को मिल सकता है.